भारत ने मौका गंवाया, बॉक्सिंग डे टेस्ट जीतना मुश्किल: गावस्कर |

Ankit
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लबर्न, 29 दिसंबर (भाषा) पूर्व महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर का मानना है कि भारत ने ऑस्ट्रेलिया के निचले क्रम को अहम रन जोड़ने का मौका देकर पांच मैचों की श्रृंखला के चौथे टेस्ट मैच को जीतने की अपनी संभावनाओं को कम कर लिया है। 


ऑस्ट्रेलिया ने एक समय 156 रन पर आठ विकेट गंवा दिये थे लेकिन टीम ने बॉक्सिंग डे टेस्ट के चौथे दिन का समापन नौ विकेट पर 228 रन पर किया। टीम की कुल बढ़त 333 रन की हो गयी है। इससे यह मैच दिलचस्प हो गया है।

गावस्कर ने ‘इंडिया टुडे’ कहा, ‘‘मुझे लगता है कि भारत ने मौका गंवा दिया। चाय के विश्राम तक निश्चित रूप से भारत का पलड़ा भारी था। इसके बाद (पैट) कमिंस, (नाथन) लियोन और (स्कॉट) बोलैंड ने वास्तव में भारतीय गेंदबाजों को निराश किया।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ऑस्ट्रेलिया ने 333 रन की बढ़त हासिल कर ली है इससे भारत के लिए मैच जीतना काफी मुश्किल हो गया है।’’

ऑस्ट्रेलिया के आठवें, 10वें और 11वें क्रम के बल्लेबाजों ने लगभग 35 खेले। इसमें कमिंस (90 गेंदों में 41 रन), लियोन (54 गेंदों में नाबाद 41 रन) और बोलैंड (65 गेंदों में नाबाद 10 रन) ने टीम की दूसरी पारी में अहम योगदान दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘हम अगर निचले क्रम के बल्लेबाजों को जल्दी आउट करते तो हमें 260-270 रन के लक्ष्य का पीछा करना होता और शायद रविवार को एक घंटे की बल्लेबाजी में हमने 30-40 रन बना लिये होते।’’

गावस्कर ने कहा, ‘‘हमें अब आखिरी विकेट लेने पर ध्यान देना होगा क्योंकि ऑस्ट्रेलिया खुद से इतनी जल्दी पारी नहीं घोषित करेगा।’’

यह पूछे जाने पर कि क्या भारत अब भी इस मैच को जीत सकता है, गावस्कर ने कहा, ‘‘ हमने 2021 में गाबा में आखिरी दिन 329 रन का पीछा किया था। इसके लिए हमें अच्छी शुरुआत की जरूरत होगी। हमें उस तरह की शुरुआत की जरूरत होगी जैसा की वीरेंद्र सहवाग टीम को दिलाते हैं।’’

गावस्कर ने ऋषभ पंत के ‘बेवकूफाना शॉट’ वाले बयान का बचाव करते हुए कहा कि वह निराश थे क्योंकि ऐसा लग रहा था कि पंत का अहंकार हावी हो गया था।

गावस्कर ने ‘एबीसी स्पोर्ट’ से कहा, ‘जब मैं ऋषभ पंत जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी को वह शॉट खेलते हुए देखता हूं तो मुझे उस पहले शॉट से कोई परेशानी नहीं हुई, जो उसने खेला और चूक गया। मेरे परेशान होने का कारण यह था कि उस अहंकार या अति आत्मविश्वास हावी हो गया था। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘ इसी तरह के शॉट खेलने की कोशिश में वह इससे पहले वाली गेंद पर चोटिल था। वह दिखाना चाहते थे कि कौन असली ‘बॉस’ है। ऑस्ट्रेलिया ने उस शॉट के लिए दो क्षेत्ररक्षक लगा रखे थे और यह बड़ा मैदान है। यहां छक्का लगाना इतना आसान नहीं है।’’

गावस्कर ने कहा कि उन्होंने पंत को कुछ शानदार पारियां खेलते हुए देखा है, खासकर ऑस्ट्रेलिया में। उन्होंने कहा कि उस समय वह शॉट खेलना सही नहीं था।

भाषा आनन्द नमिता

नमिता



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