पटना, 26 फरवरी (भाषा) बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने बुधवार को कहा कि भारत दुनिया की अकेली संस्कृति है जिसकी निरंतरता है और इसे पूरे विश्व में ज्ञान और एकात्मता के लिए जाना जाता है।
राजभवन में प्रोफेसर सुधीर सिंह और हरीश रौतेला की पुस्तक ‘‘भारत नवनिर्माण के सूत्रधार’’ का लोकार्पण करते हुए राज्यपाल ने कहा, ‘‘इस पुस्तक से हमारी नयी पीढी का महान विभूतियां से परिचय होगा। निश्चित ही सबको इससे प्रेरणा मिलेगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भारत नाम राजा भरत के नाम पर पड़ा। भले उनके नाम पर देश का नाम रखा गया हो, लेकिन, कहीं हमने पढा था कि इसका संधि विच्छेद करने पर भा उस आभा और भव्यवता को कहते हैं, जो ज्ञान से पैदा होती है और रता का मतलब है, जो उसमें आनंद लेता है।’’
राज्यपाल ने कहा, ‘‘जिस तरह हर व्यक्ति के अंदर एक विशेषता होती है, इसी तरह हर समाज, हर राष्ट्र की भी कोई विशेषता होती है। भारत की विशेषता ज्ञान है।’’
उन्होंने कहा कि जब यूरोप में पुर्नजागरण शुरू भी नहीं हुआ था, उससे भी हजारों साल पहले भारत की सभ्यता और संस्कृति को ज्ञान की संस्कृति कहा गया था।’’
राज्यपाल ने कहा, ‘‘दुनिया में हमसे पुरानी संस्कृतियां थी लेकिन आज उनके अवशेष मिलते हैं और विशेषज्ञों के अध्ययन का वह विषय है। लेकिन भारत दुनिया की अकेली ऐसी संस्कृति है जिसकी निरंतरता है और इसका कोई कारण तो होगा।’’
खान ने कहा, ‘‘जो स्मृतियां मानस से पैदा होती हैं, वह लंबे समय तक चलती हैं। जो स्मृतियां शक्ति और सत्ता से पैदा होती, उनकी उम्र की एक अवधि होती है। मानस से पैदा होने वाली स्मृतियां समाज के लिए उपयोगी बनी रहेंगी। वह कभी खत्म नहीं होती।’’
भाषा अनवर आशीष
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