भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स, वाहन क्षेत्र में जापानी कंपनियों के लिए निवेश के नए अवसर : रिपोर्ट |

Ankit
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नयी दिल्ली, 23 मार्च (भाषा) भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स, सेमीकंडक्टर और वाहन जैसे क्षेत्रों के लिए वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनने के प्रयास जापान की कंपनियों के लिए यहां निवेश के नए अवसर खोल रहे हैं। रविवार को जारी एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है।


शार्दुल अमरचंद मंगलदास और फिक्की की रिपोर्ट ‘भारत के विकास की कहानी : जापान के एसएमई के लिए नए अवसर’ में कहा गया है कि जिन अन्य क्षेत्रों में दोनों देशों की कंपनियां सहयोग बढ़ा सकती हैं उनमें भंडार गृह, पैकेजिंग सामग्री, शीत भंडारण श्रृंखला की स्थापना, डेयरी, रक्षा और एयरोस्पेस शामिल हैं।

इसमें कहा गया है कि जापानी कंपनियों और भारत के उभरते सूचना और प्रौद्योगिकी उद्योग के बीच तकनीकी तालमेल नवाचार के लिए एक रोमांचक अवसर प्रदान करता है।

रिपोर्ट कहती है, ‘‘सहयोगात्मक शोध और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण पहल के जरिये जापान के लघु और मझोले उद्यम इन आधुनिक समाधान का अपने परिचालन में एकीकरण कर सकते हैं, जिससे उनकी दक्षता बढ़ेगी और वे वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी रूप से आगे हो सकेंगे।’’

इसमें कहा गया है कि युवा और तेजी से समृद्ध होते मध्यम वर्ग द्वारा संचालित भारत का विशाल घरेलू बाजार, उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स और वाहन कलपुर्जा से लेकर स्वास्थ्य सेवा और खाद्य प्रसंस्करण तक सभी क्षेत्रों में मजबूत आंतरिक मांग सुनिश्चित करता है।

रिपोर्ट कहती है, ‘‘ व्यापार समझौतों और भू-राजनीतिक रुख के व्यापक नेटवर्क द्वारा समर्थित भारत की निर्यातोन्मुख नीतियां इसे जापान की ऐसी कंपनियों के लिए एक आदर्श केंद्र बनाती हैं, जो अपने उत्पादों को विशेष रूप से अफ्रीका और पश्चिम एशिया में निर्यात करना चाहती हैं।’’

शार्दुल अमरचंद मंगलदास के भागीदार रुद्र कुमार पांडेय ने कहा, ‘‘भारत के मौजूदा और भविष्य के मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) और प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के साथ द्विपक्षीय संबंध भारत में परिचालन करने वाली जापानी कंपनियों के लिए बड़े निर्यात अवसर उपलब्ध कराते हैं।’’

भाषा अजय अजय पाण्डेय

पाण्डेय



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