भारत और ‘ग्लोबल साउथ’ के बीच सेतु है मॉरीशस : प्रधानमंत्री मोदी |

Ankit
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पोर्ट लुइस, 11 मार्च (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को मॉरीशस को भारत और ‘ग्लोबल साउथ’ के बीच एक सेतु करार दिया। उन्होंने कहा कि मॉरीशस सिर्फ एक साझेदार देश भर नहीं है, बल्कि भारत के परिवार का हिस्सा है।


मोदी ने पोर्ट लुइस में एक सामुदायिक कार्यक्रम में प्रवासी भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा, “मॉरीशस ‘मिनी इंडिया’ की तरह है।” इस कार्यक्रम में मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम, उनकी पत्नी और कैबिनेट मंत्री भी शामिल हुए।

मोदी ने कहा, “मॉरीशस सिर्फ एक साझेदार देश भर नहीं है। हमारे लिए मॉरीशस परिवार का एक हिस्सा है! यह बंधन इतिहास, विरासत और मानवीय भावना में गहराई और मजबूती से निहित है।”

उन्होंने कहा, “मॉरीशस भारत को व्यापक ‘ग्लोबल साउथ’ से जोड़ने वाला एक सेतु भी है। एक दशक पहले, 2015 में प्रधानमंत्री के रूप में अपने पहले कार्यकाल में मैंने भारत के सागर दृष्टिकोण की घोषणा की थी। सागर का मतलब क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास सुनिश्चित करना है। आज भी मॉरीशस इस दृष्टिकोण के केंद्र में है।”

कार्यक्रम की शुरुआत में मोदी ने रामगुलाम और उनकी पत्नी वीणा को ‘ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया (ओसीआई)’ कार्ड प्रदान किए। उन्होंने कहा कि मॉरीशस में रहने वाले भारतीय समुदाय की सातवीं पीढ़ी को भी ओसीआई कार्ड देने का फैसला किया गया है।

मॉरीशस ने मंगलवार को घोषणा की कि मोदी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार एंड की ऑफ द इंडियन ओशन’ से सम्मानित किया जाएगा। प्रधानमंत्री ने इस सम्मान के लिए मॉरीशस की जनता और सरकार का आभार जताया।

उन्होंने कहा, “मैं इस निर्णय को बहुत सम्मान के साथ स्वीकार करता हूं। इसके जरिये सिर्फ मुझे सम्मानित नहीं किया गया है, बल्कि भारत और मॉरीशस के बीच ऐतिहासिक संबंधों को सम्मानित किया गया है।”

बुधवार को मोदी मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे।

भाषा पारुल नरेश

नरेश



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