भाजपा का दावा, ‘आप’ नेताओं के रिश्तेदारों ने मतदाता सूची में दो बार नाम दर्ज कराए

Ankit
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नयी दिल्ली, दो जनवरी (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आम आदमी पार्टी (आप) पर निशाना साधते हुए बृहस्पतिवार को दावा किया कि आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल को ‘‘फर्जी मतदाताओं से प्यार है’’ और उनकी पार्टी के कुछ नेताओं के मतदाता सूची में दो जगहों पर नाम हैं।


भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में ‘फर्जी मतदाताओं से इश्क है’ शीर्षक से एक पोस्टर जारी कर यह आरोप लगाए।

सचदेवा ने दावा किया कि आप के संजय सिंह ने 2018 में राज्यसभा का सदस्य बनने के समय एक हलफनामा दायर किया था कि वह दिल्ली के हरिनगर विधानसभा क्षेत्र से मतदाता हैं, हालांकि उनका नाम उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में नगरपालिका की मतदाता सूची में भी शामिल है। संजय सिंह सुल्तानपुर से हैं।

सचदेवा ने कहा कि भाजपा द्वारा संजय सिंह की पत्नी अनीता को सुल्तानपुर से मतदाता के रूप में पंजीकृत करने का मुद्दा उठाए जाने के बाद, आप नेता ने दावा किया कि उनकी पत्नी का नाम मतदाता सूची से हटाने के लिए चार जनवरी, 2024 को आवेदन दायर किया गया था।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, ‘‘संजय सिंह का दावा है कि उनकी पत्नी अनीता सिंह का नाम चार जनवरी 2024 को सुल्तानपुर की मतदाता सूची से हटा दिया गया था। हालांकि, आठ जनवरी 2024 को संसदीय हलफनामा दाखिल करते समय उनका नाम उस समय भी सुल्तानपुर में मतदाता के रूप में दर्ज था।’’

भाजपा के आरोपों का जवाब देते हुए सिंह ने कहा कि अगर उनके या उनकी पत्नी के खिलाफ कोई आरोप है तो वह अदालत में आकर सबूत देने के लिए तैयार हैं।

संजय सिंह ने कहा, ‘‘चार जनवरी, 2024 को उन्होंने (उनकी पत्नी ने) सुल्तानपुर में मतदाता सूची से अपना नाम हटवाने के लिए आवेदन प्रस्तुत किया था। इसके अलावा, हलफनामा आठ जनवरी को प्रस्तुत किया गया था और जब तक प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती, पता वही रहेगा। मतदाता सूची से नाम हटाने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद अद्यतन पता निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार दर्ज किया जाएगा।’’

सचदेवा ने निर्वाचन आयोग और दिल्ली पुलिस से इस ‘विसंगति’ के लिए सिंह के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की।

इसके अलावा, सचदेवा ने कहा कि आप संयोजक अरविंद केजरीवाल की पत्नी के पास दो मतदाता पहचान पत्रों से संबंधित याचिका पहले से ही उच्च न्यायालय में लंबित है।

भाषा रवि कांत रवि कांत अविनाश

अविनाश



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