भदोही, 12 जनवरी (भाषा) उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में सोमवार से शुरू हो रहे महाकुम्भ में देश के विभिन्न राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए भदोही जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 19 पर तीन थाना परिसरों में अस्पताल स्थापित किये गये हैं।
राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 19 पर वाराणसी से प्रयागराज के बीच इन तीन थाना परिसरों में ये अस्पताल स्थापित किये गये हैं।
पुलिस द्वारा पहली बार की गयी इस तरह की व्यवस्था के तहत इन अस्पतालों में हर समय चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ और दवाएं उपलब्ध रहेंगी।
भदोही की पूर्व पुलिस अधीक्षक डॉ. मीनाक्षी कात्यायन ने अपने कार्यकाल के दौरान महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिये जिले से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 19 पर स्थित औराई, गोपीगंज और ऊंज थानों के परिसरों में दो मंजिला अस्पताल भवन बनवाने की पहल की थी।
वर्तमान जिला पुलिस अधीक्षक अभिमन्यु मांगलिक ने इन सभी थाना परिसरों के अस्पतालों का निरीक्षण कर रविवार को बताया कि जिले के औराई, गोपीगंज और ऊंज थाना परिसरों में अस्पताल बन कर तैयार हो चुके हैं।
उन्होंने बताया कि महाकुम्भ के पहले स्नान से पहले 14 जनवरी के दिन तीनों अस्पताल सुचारु रूप से काम शुरू कर देंगे।
मांगलिक ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि महाकुम्भ की ओर जाने वाले वाराणसी और प्रयागराज के बीच 82 किलोमीटर लंबे इस एकमात्र रास्ते का 45 किलोमीटर का हिस्सा भदोही में ही पड़ता है।
उन्होंने बताया कि महाकुम्भ में आने वाले लाखों श्रद्धालु इसी मार्ग से गुजरेंगे और अगर इस बीच किसी को स्वास्थ्य सम्बन्धी सहायता की जरूरत होगी तो इन तीन थाना परिसरों में बनवाये गये अस्पताल उनके लिये बेहद मददगार साबित हो सकते हैं।
अधिकारी ने बताया कि इस रास्ते से गुजरने वाले किसी भी व्यक्ति को अगर चिकित्सा सुविधा की जरूरत पड़ेगी तो उसे थाने पर मौजूद एम्बुलेंस के जरिये नजदीकी थाना अस्पताल लाया जा सकेगा और उनका उपचार करने के साथ पुलिस की कागजी कार्रवाई भी पूरी होती रहेगी।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस दो मंजिला अस्पताल भवन में ओपीडी रूम, भर्ती मरीजों के लिए कमरे के साथ चिकित्सक और पैरा मेडिकल स्टाफ के लिए बैठने और रात को भी आराम करने के लिए अलग—अलग कमरे बने हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संतोष कुमार चक ने बताया कि तीनों थाना भवन अस्पताल के लिए जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक कर चयनित स्वास्थ्य विभाग की तरफ से आठ-आठ घंटे की शिफ्ट के अनुसार चौबीसों घंटे एक चिकित्सक, पैरा मेडिकल स्टाफ और सभी जरूरी दवा उपलब्ध रहेंगी।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा किसी विषम परिस्थिति के लिए सरकारी और कुछ निजी अस्पतालों से अनुबंध किया गया है तथा हर थाना अस्पताल में एक एम्बुलेंस मौजूद रहेगी।
भाषा सं. सलीम जितेंद्र
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