ब्रिटेन अपने नागरिकों को लेबनान से चार्टर्ड विमान की मदद से निकालेगा

Ankit
3 Min Read


लंदन, एक अक्टूबर (भाषा) ब्रिटेन सरकार का एक चार्टर्ड विमान बुधवार को उन ब्रिटिश नागरिकों को लेबनान से बाहर निकालेगा जो क्षेत्र में बढ़ती हिंसा के बाद वहां से निकलना चाहते हैं।


ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लैमी ने, सप्ताहांत में बेरूत पर इजराइली हवाई हमलों में हिजबुल्ला नेता हसन नसरल्ला के मारे जाने के बाद बढ़ती सुरक्षा चिंताओं के बीच सोमवार शाम को यह घोषणा की।

इससे पहले ब्रिटेन के प्रधानमंत्री केअर स्टॉर्मर ने ब्रिटेन के नागरिकों से लेबनान से ‘‘तत्काल निकलने’’ का आह्वान किया था क्योंकि पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ रहा है।

लेबनान में स्थिति को ‘‘अस्थिर’’ बताते हुए लैमी ने चेतावनी दी कि यह ‘‘जल्दी ही बिगड़ सकती है।’’ उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘लेबनान में ब्रिटिश नागरिकों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता बनी हुई है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए ब्रिटेन की सरकार उन लोगों की मदद के लिए एक विमान किराए पर ले रही है जो बाहर निकलना चाहते हैं। यह महत्वपूर्ण है कि आप अभी निकल जाएं क्योंकि हो सकता है कि आगे निकासी की गारंटी नहीं हो।’’

विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय (एफसीडीओ) के अनुसार, ब्रिटिश नागरिक, उनके पति या पत्नी अथवा पार्टनर और 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चे चार्टर विमान में बैठने के पात्र हैं, जो बुधवार को बेरूत-राफिक हरीरी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से रवाना होने वाला है।

एफसीडीओ ने कहा कि वह हाल के हफ्तों में ब्रिटिश नागरिकों का देश से निकलना सुगम बनाने के वास्ते वाणिज्यिक उड़ानों की क्षमता बढ़ाने के लिए भागीदारों के साथ काम कर रहा है। चार्टर्ड उड़ान का उद्देश्य अतिरिक्त क्षमता प्रदान करना है।

जिन लोगों ने एफसीडीओ के साथ अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है, उन्हें सीट का अनुरोध करने के तरीके के बारे में विवरण भेजा जाएगा।

एफसीडीओ ने कहा, ‘‘यदि आप लेबनान में ब्रिटिश नागरिक हैं और आपने अभी तक अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं कराई है, तो कृपया तुरंत ऐसा करें।’’

ब्रिटेन की सरकार ने कहा कि वह उड़ान को किराये पर लेने के लिए भुगतान करेगी, जिसमें ब्रिटिश नागरिकों को प्रति सीट 350 ग्रेट ब्रिटेन पाउंड का शुल्क देना होगा।

ब्रिटेन ने लेबनानी हिजबुल्ला और इजराइल के बीच युद्धविराम के लिए अपना आह्वान दोहराया तथा आग्रह किया कि आगे तनाव बढ़ने से बचा जाना चाहिए।

भाषा अमित मनीषा

मनीषा



Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *