लातूर, आठ दिसंबर (भाषा) बौद्ध समुदाय के सदस्यों ने महाराष्ट्र के लातूर जिले के राजमार्ग के किनारे रविवार को अंतिम संस्कार किया और दावा किया कि उनके समुदाय के लोगों का अंतिम संस्कार करने के वास्ते उनके पास कोई श्मशान घाट नहीं है।
अधिकारियों ने बताया कि शिरूर अनंतपाल तहसील के पंढरवाडी गांव के लोगों ने उदगीर-लातूर मार्ग के किनारे अंतिम संस्कार किया, जिसके कारण यहां एक घंटे तक यातायात बाधित रहा।
येरोल ग्राम पंचायत के अंतर्गत पंढरवाडी गांव एक समूह पंचायत का हिस्सा है, जिसमें हनमंतवाडी और जाम्भलवाडी गांव भी शामिल हैं। बौद्ध समुदाय के सदस्यों के अनुसार, इनमें से किसी भी गांव में उनके समुदाय के लिए कोई श्मशान घाट नहीं है।
येरोल ग्राम पंचायत के उप सरपंच सतीश सिंडलकर ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि उन्होंने तहसील प्रशासन से क्षेत्र में बौद्ध समुदाय के लिए श्मशान घाट के लिए भूमि आवंटित करने का औपचारिक अनुरोध किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘पंचायत के अधिकार क्षेत्र में फिलहाल कोई उपयुक्त भूमि मौजूद नहीं है। प्रयास जारी हैं और हम जल्द ही तहसील अधिकारियों के साथ मिलकर कोई समाधान निकालेंगे।’’
भाषा प्रीति दिलीप
दिलीप