मुंबई, नौ अप्रैल (भाषा) भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बुधवार को कहा कि भारतीय बैंकिंग प्रणाली सुरक्षित, संरक्षित और मजबूत है।
उन्होंने कहा कि कुछ बैंकों और एक आवास वित्त कंपनी में संकट की स्थिति आई है लेकिन यह पूर्ण विफलता नहीं है।
मल्होत्रा इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि क्या इंडसइंड बैंक में लेखा संबंधी खामियों और मुंबई स्थित न्यू इंडिया कोऑपरेटिव बैंक और एविओम इंडिया हाउसिंग फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड की विफलता को लेकर क्या बड़ी प्रणालीगत चिंताएं थीं।
मल्होत्रा ने किसी खास मामले की बारीकियों में न जाते हुए कहा, ”प्रणाली के स्तर पर… हम बहुत ही सुरक्षित और मजबूत हैं और प्रणाली लचीली है।”
उन्होंने कहा कि लगभग 10,000 एनबीएफसी और लगभग 1,500 सहकारी बैंकों वाली इस बड़ी प्रणाली में पिछले सात-आठ वर्षों में सहकारी बैंकों की विफलता के कुछ मामले कुल आकार की तुलना में बहुत कम हैं।
उन्होंने कहा, ”इसलिए ऐसी घटनाएं होंगी। हमारा प्रयास प्रभाव को कम करना और उन्हें कम से कम करना है… मैं इन्हें पूरी तरह विफलता नहीं कहूंगा, ये सिर्फ प्रकरण हैं।”
मल्होत्रा ने कहा कि आरबीआई का बहुस्तरीय विनियामक ढांचा जिसमें नियमित निरीक्षण, अनुपालन ऑडिट और आंतरिक निगरानी तंत्र शामिल हैं, यह सुनिश्चित करता है कि वित्तीय प्रणाली स्थिर और जवाबदेह बनी रहे।
भाषा पाण्डेय प्रेम
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