बुमराह की तूफानी गेंदबाजी के बाद ऑस्ट्रेलिया का निचला क्रम चमका, भारत पर 333 रन की बढ़त बनाई

Ankit
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मेलबर्न, 29 दिसंबर (भाषा) जसप्रीत बुमराह की तूफानी गेंदबाजी के बाद निचले क्रम की उम्दा बल्लेबाजी से ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ चौथे क्रिकेट टेस्ट के चौथे दिन दूसरी पारी में नौ विकेट पर 228 रन बनाकर अपनी कुल बढ़त 333 रन करके मैच पर शिकंजा कस दिया।


ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी के आधार पर 105 रन की बढ़त हासिल करने के बाद बुमराह (56 रन पर चार विकेट) और मोहम्मद सिराज (66 रन पर तीन विकेट) की धारदार गेंदबाजी के सामने दूसरी पारी में 91 रन तक छह विकेट गंवा दिए थे।

मार्नस लाबुशेन (139 गेंद में 70 रन) और कप्तान पैट कमिंस (90 गेंद में 41 रन) ने इसके बाद सातवें विकेट के लिए 57 और फिर नाथन लियोन (54 गेंद में नाबाद 41) और स्कॉट बोलैंड (65 गेंद में नाबाद 10) ने अंतिम विकेट के लिए 55 रन की अटूट साझेदारी करके टीम की कुल बढ़त को 300 रन के पार पहुंचाया।

ऑस्ट्रेलिया के आठवें, 10वें और 11वें नंबर के बल्लेबाजों ने लगभग 35 ओवर बल्लेबाजी की और अगर भारतीय बल्लेबाज अंतिम दिन शानदार प्रदर्शन नहीं करते हैं तो मेजबान टीम के निचले क्रम का यह प्रदर्शन निर्णायक साबित हो सकता है।

बुमराह ने इस दौरान 19.56 के औसत से 200 टेस्ट विकेट भी पूरे किए। उन्होंने सटीक लेंथ, परेशान करने वाली उछाल और अंतिम समय में मिल रही मूवमेंट से विरोधी बल्लेबाजों को काफी परेशान किया लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने अंतिम सत्र में टीम का पलड़ा भारी रखने का मौका गंवा दिया।

बुमराह हालांकि दुर्भाग्यशाली भी रहे जब लियोन के रूप में पारी में पांचवां विकेट नहीं ले पाए क्योंकि गेंदबाजी करते हुए उनका पैर क्रीज से बाहर निकल गया और यह नोबॉल हो गई। लोकेश राहुल ने तब स्लिप में कैच लपक लिया था।

भारत के लिए जीत अब भी असंभव नहीं है लेकिन इसके लिए उसे अपने सीनियर बल्लेबाजों और ऋषभ पंत से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी।

लाबुशेन ने काफी जुझारू पारी खेली लेकिन भारत को अधिक नुकसान यशस्वी जायसवाल के तीन कैच छोड़ने से हुआ।

लाबुशन भी 47 रन पर पवेलियन लौट जाते अगर जायसवाल ने आकाश दीप की गेंद पर तीसरी स्लिप में उनका आसान कैच लपक लिया होता।

भारत ने सुबह के लंबे सत्र में नितीश कुमार रेड्डी (114) के शानदार शतक की बदौलत पहली पारी में 369 रन बनाए लेकिन ऑस्ट्रेलिया को 105 रन की बढ़त हासिल करने में नहीं रोक पाया।

रेड्डी आउट होने वाले अंतिम भारतीय बल्लेबाज रहे। उन्होंने ऑफ स्पिनर लियोन (96 रन पर तीन विकेट) की गेंद पर डीप में मिचेल स्टार्क को कैच थमाया जिससे भारतीय पारी 119.3 ओवर में समाप्त हो गई। भारतीय टीम ने नौ विकेट पर 358 रन के अपने कल के स्कोर से आगे खेलते हुए 11 रन और जोड़े।

बोलैंड (57 रन पर तीन विकेट) और कमिंस (89 रन पर तीन विकेट) ने भी तीन-तीन विकेट चटकाए।

इसके बाद गेंदबाजों ने भारत को वापसी दिलाने की कोशिश की। पर्थ टेस्ट के बाद बुमराह को पहली बार दूसरे छोर से अच्छा साथ मिला जिससे ऑस्ट्रेलिया ने दूसरे सत्र में 10 गेंद के भीतर तीन विकेट चटकाए।

स्टीव स्मिथ (13) ने सिराज की गेंद पर विकेटकीपर ऋषभ पंत को कैच थमाया जबकि शानदार फॉर्म में चल रहे ट्रेविस हेड (01) स्क्वायर लेग पर रेड्डी को कैच दे बैठे।

बुमराह ने 2018-19 श्रृंखला में शॉन मार्श का करियर खत्म किया और इस बार उनके छोटे भाई मिचेल मार्श (00) के पास इस स्टार तेज गेंदबाज का कोई जवाब नहीं था। बुमराह की शॉट गेंद पर उन्होंने पंत को कैच थमाया।

बुमराह ने इसके बाद एलेक्स कैरी (02) को बोल्ड करके ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 91 रन पर छह विकेट किया।

पहले सत्र में बुमराह ने सैम कोन्सटास (08) को बोल्ड किया जबकि सिराज ने उस्मान ख्वाजा (21) को पवेलियन भेजा जिससे ऑस्ट्रेलिया ने लंच तक दूसरी पारी में दो विकेट पर 53 रन बनाए।

भारतीय गेंदबाज दूसरी पारी में नए जोश के साथ उतरे और आकाश दीप को नई गेंद देने का फैसला विवेकपूर्ण था। आकाश दीप ने दबाव बनाए रखा जबकि बुमराह ने दोनों बल्लेबाजों को लगातार परेशान किया।

पहली पारी में शानदार प्रदर्शन करने वाले कोन्सटास ने बेहतरीन पुल खेला लेकिन फिर बुमराह की अंदर आती गेंद पर बोल्ड हो गए।

विकेट लेने के बाद बुमराह को दर्शकों को टीम का साथ देने के लिए जोश दिलाते हुए देखा गया। बड़ी संख्या में मैदान पर पहुंचे भारतीय दर्शकों ने विराट कोहली के नाम के नारे लगाकर कोन्सटास की हूटिंग की।

पहली पारी में अर्धशतक जड़ने वाले लाबुशेन और ख्वाजा क्रीज पर सहज नजर नहीं आ रहे थे और पहले बदलाव के रूप में आए सिराज ने ख्वाजा को बोल्ड करके भारत को दूसरी सफलता दिलाई।

अब तक दौरे पर उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन करने में नाकाम रहे सिराज ने छह से आठ मीटर की लेंथ पर पिच हुई 139 से 142 किमी प्रति घंटा की रफ्तार वाली लगातार चार गेंद से ख्वाजा को पीछे की ओर धकेला और फिर सीधी गेंद पर उन्हें बोल्ड किया। ख्वाजा का विकेट हासिल करने के बाद सिराज के चेहरे पर खुशी स्पष्ट थी जिन्हें एडीलेड में ट्रेविस हेड को विदाई देते हुए उकसाने के बाद हूटिंग का सामना करना पड़ा था। दर्शकों ने इस दौरान ‘डीएसपी, डीएसपी’ के नारे लगाकर उनकी हौसलाअफजाई की।

सिराज ने चाहे अपने रन-अप का निशान लगाया हो, गेंद के पीछे भागते हुए बाउंड्री तक पहुंचे हों या रेड्डी को शतक पूरा करने में मदद करने के लिए उतरें हों, तेलंगाना पुलिस के नवनियुक्त डीएसपी को हर समय ऑस्ट्रेलियाई दर्शकों के प्रतिकूल व्यवहार का सामना करना पड़ा। उन्होंने हालांकि शानदार प्रदर्शन करके ऑस्ट्रेलियाई प्रशंसकों को चुप कराया।

भाषा सुधीर पंत

पंत



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