लंदन, आठ अप्रैल (भाषा) कर्नाटक की लेखिका, कार्यकर्ता और वकील बानू मुश्ताक के लघु कथा संग्रह ‘हार्ट लैंप’ को मंगलवार को लंदन में अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार 2025 की सूची में शामिल किया गया।
इस कहानी का कन्नड़ से अंग्रेजी में दीपा भास्थी ने अनुवाद किया है।
पहली बार किसी कन्नड़ पुस्तक को प्रतिष्ठित बुकर पुरस्कार 2025 के लिए संभावित पुस्तकों की सूची में शामिल किया गया है।
बानू मुश्ताक ने एक बयान में कहा,’मेरी कहानियां महिलाओं की स्थिति और उन पर समाज, धर्म एवं राजनीति के दबाव के बारे में हैं।’’
उन्होंने यह भी बताया कि इस किताब की कहानियां उनके निजी अनुभवों और रोजाना की घटनाओं से प्रेरित हैं।
अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार के विजेता की घोषणा लंदन में 20 मई को की जाएगी।
भाषा योगेश सुभाष
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