(अनीसुर रहमान)
ढाका, 25 अगस्त (भाषा) बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने रविवार को कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण सुधारों के बाद स्वतंत्र, निष्पक्ष और भागीदारीपूर्ण चुनाव कराए जाएंगे।
उन्होंने लोगों से संयम रखने का आग्रह किया, ताकि मुश्किल चुनौतियों का क्रमिक रूप से समाधान हो सके।
यूनुस ने टेलीविजन पर प्रसारित राष्ट्र के नाम एक संबोधन में कहा, ‘‘प्रशासन, न्यायपालिका, निर्वाचन आयोग और चुनाव प्रणाली, कानून व्यवस्था तथा सूचना प्रवाह प्रणालियों में अपेक्षित सुधारों के पूरा होने के बाद, छात्र-जनता के व्यापक विरोध प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए एक स्वतंत्र, निष्पक्ष और समावेशी चुनाव कराया जाएगा।’’
यूनुस(84) अब मुख्य सलाहकार के पद पर कार्यरत हैं – जो प्रधानमंत्री के समकक्ष पद है।
उन्होंने कहा कि उनकी अंतरिम सरकार स्थानीय सरकारी संस्थाओं को मजबूत करेगी और लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए विकेन्द्रीकरण सुनिश्चित करेगी।
नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री ने कहा, ‘‘हमारा लक्ष्य एक जवाबदेह राजनीतिक प्रणाली शुरू करना होगा।’’
छात्र आंदोलन के बीच, शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से अपदस्थ होने और देश छोड़कर जाने के बाद यूनुस ने आठ अगस्त को बांग्लादेश में शासन की बागडोर संभाली थी।
यूनुस ने अपनी अंतरिम सरकार के कार्यकाल के लिए कोई समयसीमा नहीं बताई, लेकिन उन्होंने माना कि ‘‘हर कोई यह जानने में दिलचस्पी रखता है कि हमारी सरकार कब शासन सौंपेगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसका जवाब आपके पास है कि आप हमें कब विदाई देंगे। हम (सलाहकार परिषद) में से कोई भी देश पर शासन करने वाला नहीं है। हम अपने पेशे से खुश हैं। हमने राष्ट्रीय संकट के दौरान छात्रों के आह्वान पर कार्यभार संभाला था।’’
यूनुस ने कहा कि उनकी सरकार उन्हें सौंपी गई जिम्मेदारी को पूरा करने के लिए ‘‘पूरी ताकत लगाएगी’’, क्योंकि सभी वर्गों के लोगों ने उनकी सरकार का स्वागत किया है।
अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार यूनुस ने अपदस्थ प्रधानमंत्री हसीना के ‘‘फासीवादी निरंकुश शासन’’ की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने देश की हर संस्था को नष्ट कर दिया, अर्थव्यवस्था और शिक्षा प्रणाली को पंगु बना दिया तथा धमकी और यातना के माध्यम से लोगों की आवाज दबा दी।
यूनुस ने कहा कि उनकी सरकार ‘‘राष्ट्रीय एकता’’ में विश्वास करती है और इसी कारण उन्होंने एक विशेष सहायक को सलाहकार के दर्जे के साथ नियुक्त किया है, जिसकी जिम्मेदारी राष्ट्रीय एकता विकसित करने की है।
यूनुस ने लोगों से आग्रह किया, ‘‘मैं बस इतना ही कहूंगा कि आपको संयम रखना होगा। रातों-रात मुश्किल चुनौतियों से पार पाना मुश्किल है।’’
आठ अगस्त को अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार के रूप में उनकी नियुक्ति के बाद से राष्ट्र के नाम यह उनका दूसरा संबोधन था।
भाषा सुभाष दिलीप
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