कोलकाता, आठ अगस्त (भाषा) रेडीमेड कपड़ा बाजार में दुनिया के दूसरे सबसे बड़े निर्यातक देश बांग्लादेश में व्याप्त उथल-पुथल भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय रेडीमेड परिधान बाजार में फायदेमंद साबित हो सकती है। एक रिपोर्ट में यह अनुमान जताया गया है।
रेटिंग एजेंसी केयरएज की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत को अल्पावधि में रेडीमेड परिधानों के 20-25 करोड़ डॉलर मूल्य के मासिक निर्यात ऑर्डर मिल सकते हैं।
रिपोर्ट कहती है कि जहां बांग्लादेश ने ऐतिहासिक रूप से वैश्विक रेडीमेड परिधान (आरएमजी) निर्यात में चीन की घटती हिस्सेदारी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हासिल कर लिया है, वहीं भारत इस अवसर का पूरी तरह से लाभ उठाने में असमर्थ रहा है।
हालांकि, रिपोर्ट में कहा गया है कि बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति भारतीय रेडीमेड कपड़ा क्षेत्र को अल्पावधि और मध्यम अवधि में अपना विस्तार करने का सुनहरा मौका देती है।
रेटिंग एजेंसी ने कहा, “अगर बांग्लादेश में अशांति लंबे समय तक जारी रहती है, तो भारत को मिलने वाले निर्यात ऑर्डर में भारी बदलाव हो सकता है। उद्योग जगत के अनुमानों के अनुसार भारत को अल्पावधि में 20-25 करोड़ डॉलर और मध्यम अवधि में करीब 30-35 करोड़ डॉलर के मासिक निर्यात ऑर्डर मिल सकते हैं।”
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बांग्लादेश के रेडीमेड परिधान निर्यात में चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में सालाना आधार पर 17 प्रतिशत की गिरावट आ चुकी है।
वहीं, इस दौरान भारत में ऐसे निर्यात में चार प्रतिशत वृद्धि हुई है।
भाषा अनुराग प्रेम
प्रेम