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नयी दिल्ली, एक फरवरी (भाषा) वित्त वर्ष 2025-26 के लिए शनिवार को संसद में पेश बजट में सकल कर प्राप्तियां 42.70 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया गया है, जो चालू वर्ष के संशोधित अनुमान से 11 प्रतिशत अधिक है।
चालू वित्त वर्ष के संशोधित अनुमानों में सकल कर राजस्व 38.44 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया गया है, जो बजट अनुमानों (बीई) में दिए गए 38.40 लाख करोड़ रुपये से अधिक है।
चालू वित्त वर्ष में कॉरपोरेट कर से होने वाली आय बजट अनुमानों से पीछे, जबकि व्यक्तिगत कर से होने वाली आय बजट अनुमान से अधिक रहने का अनुमान है।
व्यक्तिगत आयकर 12.57 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है, जबकि कॉरपोरेट कर 9.80 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है।
बजट के आंकड़ों के अनुसार, एक अप्रैल से शुरू होने वाले वित्त वर्ष 2025-26 में व्यक्तिगत आयकर संग्रह 14.4 प्रतिशत बढ़कर 14.38 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान है।
अगले वित्त वर्ष (2025-26) में कॉरपोरेट कर से प्राप्तियां 10.4 प्रतिशत बढ़कर 10.82 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है।
जीएसटी राजस्व 11 प्रतिशत बढ़कर 11.78 लाख करोड़ रुपये (केंद्रीय जीएसटी और मुआवजा उपकर सहित) होने का अनुमान है।
अगले वित्त वर्ष के बजट में विविध पूंजी प्राप्तियों (विनिवेश और परिसंपत्ति मुद्रीकरण सहित) का अनुमान 47,000 करोड़ रुपये लगाया गया, जो चालू वित्त वर्ष के संशोधित अनुमान 33,000 करोड़ रुपये से अधिक है।
भाषा अनुराग अजय
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