फेडरल रिजर्व के ब्याज दर पर निर्णय, शुल्क घटनाक्रमों से तय होगी स्थानीय शेयर बाजार की दिशा

Ankit
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नयी दिल्ली, 16 मार्च (भाषा) अमेरिकी केंद्रीय बैंक के ब्याज दर पर निर्णय, वैश्विक रुझान, शुल्क से संबंधित घटनाक्रम और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की गतिविधियां इस सप्ताह स्थानीय शेयर बाजार की दिशा तय करेंगी। विश्लेषकों ने यह राय जताई है।


वृहद आर्थिक आंकड़ों की घोषणा के बीच फरवरी के लिए थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़े सोमवार को आएंगे।

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘वैश्विक व्यापार को लेकर लगातार अनिश्चितताएं और अमेरिका में मंदी की आशंका स्थानीय बाजार की रफ्तार को प्रभावित कर रही है। यह रुख जारी रहेगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, हालिया ‘करेक्शन’ के बाद मूल्यांकन में कमी, साथ ही कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट, डॉलर सूचकांक में नरमी और आने वाली तिमाहियों में घरेलू कंपनियों की आमदनी में उछाल की उम्मीद जैसे कारक बाजार के उतार-चढ़ाव पर कुछ अंकुश लगा सकते हैं। हालांकि, मौजूदा व्यापार को लेकर अनिश्चितताएं बरकरार हैं।’’

नायर ने कहा, ‘‘इस सप्ताह चीन के खुदरा बिक्री और औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े वहां की आर्थिक वृद्धि दर को लेकर स्पष्ट तस्वीर पेश करेंगे।’’

उन्होंने कहा कि इसके अलावा निवेशकों की निगाह अमेरिकी के खुदरा बिक्री और उत्पादन के आंकड़ों पर भी रहेगी।

साथ ही सप्ताह के दौरान बैंक ऑफ इंग्लैंड भी ब्याज दर को लेकर निर्णय की घोषणा करेगा। इसपर भी सभी की निगाह रहेगी।

पिछले सप्ताह वैश्विक व्यापार को लेकर तनाव बढ़ने और अमेरिका में मंदी की आशंका से निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई थी।

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के प्रमुख- शोध, संपदा प्रबंधन सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ‘‘इस सप्ताह, हमारा अनुमान है कि कि बाजार कुछ उतार-चढ़ाव के साथ सीमित दायरे में रहेगा। बाजार की दिशा वैश्विक रुख और अमेरिकी शुल्क नीतियों से तय होगी।’’

पिछले सप्ताह छुट्टियों के कारण कम कारोबारी सत्रों के दौरान बीएसई के 30 शेयरों वाले सेंसेक्स में 503.67 अंक या 0.67 प्रतिशत की गिरावट आई। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 155.21 अंक या 0.68 प्रतिशत के नुकसान में रहा।

मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, ‘‘निवेशक डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन द्वारा भारतीय वस्तुओं पर शुल्क लगाए जाने की आशंका और इसके कुल प्रभाव को लेकर चिंतित हैं। ऐसे में कुछ और समय तक नकारात्मक रुख बने रहने की संभावना हैं।’’

भाषा अजय अजय

अजय



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