रायपुर, छह अगस्त (भाषा) छत्तीसगढ़ में केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर (सीजीएसटी) विभाग ने फर्जी फर्म बनाकर 29 करोड़ रूपए का फर्जी ‘इनपुट टैक्स क्रेडिट’ प्राप्त करने के आरोप में एक व्यापारी को गिरफ्तार किया। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि विशेष खुफिया जानकारी और डाटा विश्लेषण के आधार पर जानकारी मिली कि जीएसटी के फर्जी ‘इनपुट टैक्स केडिट’ लेने और आगे पारित करने के लिए कई फर्जी फर्म बनाई गई हैं।
उन्होंने बताया कि जानकारी के बाद अधिकारियों ने तलाशी अभियान चलाया और छह फर्जी फर्मों के एक गिरोह का पर्दाफाश किया, जो वस्तुओं और सेवाओं की किसी भी प्रकार की आपूर्ति किए बिना केवल फर्जी चालान बनाने में सक्रिय था।
अधिकारियों ने बताया कि जांच के दौरान जानकारी मिली कि रायपुर का रहने वाला बादल गौर इन फर्जी फर्मों को बनाने और चलाने के मामले में मास्टरमाइंड है।
उन्होंने बताया कि जब गौर से पूछताछ की गई तब उसने फर्जी ‘इनपुट टैक्स क्रेडिट’ पारित करने के उददेश्य से काल्पनिक फर्मों का एक समूह बनाना स्वीकार किया।
गौर ने बताया कि उसने अभी तक 29.13 करोड़ रुपये की राशि का फर्जी ‘इनपुट टैक्स क्रेडिट’ का प्राप्त किया है तथा आगे अन्य करदाताओं को 34.23 करोड़ रुपये के फर्जी ‘इनपुट टैक्स क्रेडिट’ पारित किये।
अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय जीएसटी दल ने गौर को गिरफ्तार कर लिया है।
उन्होंने बताया कि सीजीएसटी रायपुर द्वारा कर चोरों के खिलाफ कार्रवाई जारी है। अभी तक इन मामलों में 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
भाषा संजीव जितेंद्र
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