प्रियंका गांधी ‘स्त्री शक्ति’ हैं, राहुल ‘युवा शक्ति’ : कांग्रेस अध्यक्ष खरगे |

Ankit
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(तस्वीरों के साथ)


बेलगावी (कर्नाटक), 21 जनवरी (भाषा) कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को लोकसभा सदस्य प्रियंका गांधी वाद्रा की तुलना अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने वाली विभूतियों – कित्तूर रानी चेन्नम्मा और ‘झांसी की रानी’ लक्ष्मी बाई से की और कहा कि वह ‘स्त्री शक्ति’ का प्रतिनिधित्व करती हैं। उन्होंने राहुल गांधी को ‘युवा शक्ति’ का प्रतीक बताया।

यहां ‘गांधी भारत’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए खरगे ने कहा कि कांग्रेस ने 1924 में महात्मा गांधी की अध्यक्षता में बेलगावी में हुए कांग्रेस के एक मात्र अधिवेशन के 100 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में यह कार्यक्रम आयोजित किया है।

उन्होंने कहा, “अगर कोई कित्तूर की चेनम्मा हैं तो प्रियंका गांधी हैं। अगर कोई झांसी की रानी हैं तो प्रियंका गांधी हैं। वह बहुत मजबूत हैं। राजीव गांधी की हत्या के बाद उन्होंने ही परिवार को संभाला। हमारे पास स्त्री शक्ति (प्रियंका गांधी में) और युवा शक्ति राहुल गांधी हैं।”

‘जय बापू, जय भीम, जय संविधान’ विषय पर आयोजित इस कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा गया और उन पर हाल ही में राज्यसभा में भारतीय संविधान और इसके निर्माता बी.आर. आंबेडकर का ‘अपमान’ करने का आरोप लगाया गया।

केंद्रीय मंत्री शाह ने आरोपों को “ढूठ” बताकर खारिज कर दिया था।

खरगे ने बेलगावी में दिए गए महात्मा गांधी के प्रसिद्ध बयान को भी याद किया, “मैं जिंदा रहना चाहता हूं भारत के लिए, मरना चाहता हूं भारत के लिए।” उन्होंने दावा किया कि गांधी की हत्या करने वाला नाथूराम गोडसे हिंदुत्व विचारक विनायक दामोदर सावरकर का शिष्य था।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमित शाह हालांकि गांधी के प्रति सम्मान दिखाते हैं, लेकिन वास्तव में वे गोडसे की पूजा करते हैं।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने भाजपा पर जवाहरलाल नेहरू और सरदार वल्लभभाई पटेल तथा गांधी और आंबेडकर के बीच मतभेद का आरोप लगाकर “खेल खेलने” का भी आरोप लगाया।

भाजपा के कांग्रेस ने आंबेडकर की हार सुनिश्चित करके उनका अपमान करने के दावे का खंडन करते हुए खरगे ने जनता को एक पत्र दिखाया, जिसके बारे में उन्होंने दावा किया कि यह आंबेडकर द्वारा उनके मित्र कमलाकांत को लिखा गया था, जिसमें उन्होंने उल्लेख किया था कि सावरकर और एस.ए. डांगे उनकी हार के लिए जिम्मेदार थे।

खरगे ने कहा, “आज भाजपा आंबेडकर का नाम जपती है और संविधान के आगे सिर झुकाती है। यह क्या नौटंकी है? अगर संविधान, आंबेडकर और नेहरू की मूर्तियां जलाने वाला कोई है तो वह भाजपा और आरएसएस और हिंदू महासभा है।”

कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि यह उनकी पार्टी थी जिसने आंबेडकर को चुनाव जीतने में मदद की थी।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ विश्वविद्यालयों में दलितों और पिछड़े समुदायों को “परेशान” कर रहा है, जबकि सरकारी क्षेत्र में दलितों के लिए भर्तियां हो रही हैं।

देश में हो रहे मस्जिदों के सर्वेक्षणों पर खरगे ने कहा, “भाजपा और आरएसएस मस्जिदों के नीचे मंदिर ढूंढ रहे हैं। वे ऐसा क्यों कर रहे हैं? उन्हें पछताना पड़ेगा क्योंकि यह देश की एकता के लिए खतरनाक है।”

कांग्रेस नेता ने मोदी पर उनके इस कथित बयान के लिए कटाक्ष किया कि लोगों को महात्मा गांधी के बारे में रिचर्ड एटनबरो की फिल्म “गांधी” देखने के बाद पता चला।

भाषा प्रशांत माधव

माधव



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