नयी दिल्ली, नौ अगस्त (भाषा) हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को कहा कि सरकार ने राज्यभर में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक नई पहल ‘हिम-उन्नति’ की शुरुआत की है।
उन्होंने बयान में कहा कि 150 करोड़ रुपये के आवंटन के साथ यह योजना लगभग 1.92 लाख ऐसे किसानों के प्रयासों को बढ़ावा देगी, जो पहले से ही 32,149 हेक्टेयर भूमि पर रसायन मुक्त खेती कर रहे हैं। इस कार्यक्रम का मकसद क्लस्टर आधारित विकास मॉडल के माध्यम से कृषि क्षेत्र को आर्थिक रूप से व्यवहार्य बनाने और प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने पर केंद्रित होगा।
बयान में कहा गया है कि हिम-उन्नति योजना के तहत सरकार थोक उत्पादन को सक्षम बनाने के लिए छोटे किसानों को संगठित करेगी, जिससे पर्याप्त विपणन योग्य अधिशेष सुनिश्चित हो सके। यह पहल विभिन्न मौजूदा कृषि योजनाओं को भी एकीकृत करेगी और योजना के प्रभाव को अधिकतम करने के लिए पशुपालन, बागवानी, मत्स्य पालन और ग्रामीण विकास जैसे विभागों के साथ समन्वय करेगी।
सुक्खू ने कहा, “इस योजना से विशेष रूप से छोटे और सीमांत किसानों, महिला किसानों और अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) के परिवारों सहित समाज के कमजोर वर्गों के लोगों को लाभ मिलेगा।”
उन्होंने कहा, “इस योजना से 2,600 कृषि क्लस्टर के निर्माण के माध्यम से लगभग 50,000 किसानों के लिए स्वरोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है। इसके अतिरिक्त, राज्य में सब्जियों और अनाज की उत्पादकता में 15-20 प्रतिशत की वृद्धि होने का अनुमान है।”
भाषा अनुराग अजय
अजय