(के जे एम वर्मा)
बीजिंग, 12 अप्रैल (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चीन के प्रतिष्ठित विद्वान प्रोफेसर वांग झिचेंग को पत्र लिखकर चीन में योग, वेदांत और भारतीय सांस्कृतिक परंपराओं को लोकप्रिय बनाने की दिशा में उनके प्रयासों की सराहना की है।
वाणिज्य दूतावास की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि भारतीय महावाणिज्य दूत प्रतीक माथुर ने बृहस्पतिवार को एक समारोह में प्रोफेसर वांग को प्रधानमंत्री का पत्र सौंपा।
विज्ञप्ति में कहा गया कि यह समारोह हांग्झो के प्रतिष्ठित झेजियांग विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित किया गया। भारत और चीन इस वर्ष राजनयिक संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं।
अपने पत्र में मोदी ने भारतीय दार्शनिक परंपराओं की गहरी समझ को विशेष रूप से योग और वेदांत पर कार्यों के माध्यम से बढ़ावा देने के प्रति वांग के समर्पण की सराहना की।
अपने संबोधन में महावाणिज्यदूत माथुर ने वांग के ‘‘भारतीय संस्कृति को लोकप्रिय बनाने के अथक प्रयासों’’ की प्रशंसा की तथा इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे योग सांस्कृतिक कूटनीति के लिए एक मजबूत माध्यम बन गया है।
प्रेस विज्ञप्ति में उनके हवाले से कहा गया है, ‘‘प्रोफेसर वांग का योगदान भारत और चीन की हमारे समृद्ध इतिहास और परंपराओं के माध्यम से जुड़ने की साझा आकांक्षाओं का उदाहरण है।’’
माथुर ने कहा, ‘‘चीन में योग की लोकप्रियता इसकी सार्वभौमिक अपील और हमारे लोगों को एक-दूसरे के करीब लाने की इसकी क्षमता का प्रमाण है।’’
प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि वांग के प्रयासों ने चीन में योग की लोकप्रियता बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और चीन में यह शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य के लिए व्यापक रूप से अपनाई जाने वाली पद्धति के रूप में उभरी है।
पिछले दशक में, चीनी शहरों में योग काफी लोकप्रिय हुआ है। लाखों लोग योग कक्षाओं, कार्यशालाओं और अंतरराष्ट्रीय योग दिवस जैसे कार्यक्रमों में भाग ले रहे हैं।
भाषा देवेंद्र सिम्मी
सिम्मी