नयी दिल्ली, एक अगस्त (भाषा) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर और हरभजन सिंह ने अंशुमन गायकवाड़ के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उन्हें वास्तविक भद्रजन बताया।
एक खिलाड़ी, कोच और चयनकर्ता के रूप में भारतीय क्रिकेट की सेवा करने वाले गायकवाड़ का रक्त कैंसर के कारण शनिवार को निधन हो गया। उन्होंने भारत की तरफ से 40 टेस्ट और 15 एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेले।
प्रधानमंत्री मोदी ने गायकवाड़ के निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि उन्होंने भारतीय क्रिकेट में बहुत बड़ा योगदान दिया है।
मोदी ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर लिखा,‘‘अंशुमन गायकवाड़ जी को क्रिकेट में उनके योगदान के लिए याद किया जाएगा। वह एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी और उत्कृष्ट कोच थे। उनके निधन से दुख हुआ। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना। ओम शांति।’’
भारत की सीमित ओवरों की श्रृंखला के लिए अभी श्रीलंका गए गंभीर ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, ‘‘अंशुमन गायकवाड़ जी के निधन की खबर से दुखी हूं। भगवान उनके परिवार और प्रियजनों को शक्ति दे।’’
हरभजन के गायकवाड़ के साथ बहुत अच्छे संबंध थे। उन्होंने 1998 में जब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था तब गायकवाड टीम के कोच थे।
हरभजन ने कहा,‘‘अंशुमन गायकवाड़ का निधन दिल तोड़ने वाली खबर है। उनके कोच रहते हुए टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण की मेरे साथ सुखद यादें जुड़ी हैं। वह वास्तव में भद्रजन थे। उनके निधन से भारतीय क्रिकेट को बड़ी क्षति पहुंची है। उनकी आत्मा को शांति मिले। परिवार के प्रति संवेदना।’’
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा,‘‘अंशुमान गायकवाड़ जी के निधन से गहरा दुख हुआ, एक महान क्रिकेटर, जिनके क्रिकेट कौशल ने भारतीय क्रिकेट का गौरव बढ़ाया। दुख की इस घड़ी में उनके परिजनों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं हैं। ओम शांति।’’
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव जय शाह ने कहा,‘‘अंशुमन गायकवाड़ के परिवार और दोस्तों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। पूरे क्रिकेट जगत के लिए यह दुखद है। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।’’
बीसीसीआई ने हाल में गायकवाड़ के उपचार के लिए एक करोड़ रुपये दिए थे, जिनका लंदन के किंग्स कॉलेज अस्पताल में इलाज चल रहा था।
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान रमीज़ राजा ने भी गायकवाड़ को श्रद्धांजलि देते हुए कहा,‘‘अंशुमान गायकवाड़ के निधन से बहुत दुखी हूं। एक मिलनसार, विनम्र सज्जन व्यक्ति। वह मेरे दिवंगत भाई के दोस्त थे, जिससे मैं उनका प्रशंसक बन गया। कैंसर के खिलाफ बहादुरी से लड़े और अपनी बल्लेबाजी की तरह अपना सब कुछ झोंक दिया।’’
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