प्रतिद्वंद्वी टीमों को पछाड़ने में अहम भूमिका रही भारत के रोहित-गिल की सलामी जोड़ी की

Ankit
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दुबई, 10 मार्च (भाषा) रोहित शर्मा और शुभमन गिल की सलामी जोड़ी ने चैंपियंस ट्रॉफी में प्रतिद्वंद्वी टीमों को पीछे छोड़कर भारत को खिताब दिलाने तक अहम भूमिका निभाई। रोहित ने जहां आक्रामकता अख्तियार की तो पंजाब के बल्लेबाज ने कोई गैर जरूरी जोखिम नहीं लिया, इस तरह दोनों एक दूसरे के पूरक दिखे।


चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल के छठे ओवर में रोहित ने न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज नाथन स्मिथ पर 92 मीटर दूर छक्का जड़ दिया। आठ ओवर बाद गिल ने भी रचिन रविंद्र की गेंद को लॉन्ग-ऑन पर छक्का जड़ दिया।

रोहित के शॉट जहां दिखाया कि वह परिस्थिति के बारे में सोचे बिना या गेंद की स्थिति का आकलन किए बिना वह गेंदबाजों पर हावी होना चाह रहे थे जबकि गिल ने मौके का इंतजार कर शॉट लगाने की इच्छा दिखाई।

दोनों इसी तरह खेलते हैं। रोहित-गिल की सलामी साझेदारी बीते समय की सभी बेहतरीन जोड़ियों की तरह ही दिखी जिसमें एक बल्लेबाज आक्रामक खेल रहा है तो दूसरा उतना ही सहज और संयमित होकर शॉट लगा रहा है।

बीते समय की कुछ सलामी जोड़ियों को देखें तो वेस्टइंडीज के गॉर्डन ग्रीनिज और डेसमंड हेन्स, भारत के सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली तथा ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू हेडन और एडम गिलक्रिस्ट की जोड़ियां ऐसी ही थीं जो अपने जोड़ीदार की मजबूती को देखकर एक-दूसरे को बड़ी पारियां खेलने में मदद करतीं।

आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में बांग्लादेश के खिलाफ भारत के पहले मैच में भारतीय सलामी बल्लेबाजों ने 9.5 ओवर में 69 रन बनाए और जिसमें से 41 रन रोहित के बल्ले से आए। इस समय गिल 23 गेंद पर 26 रन बनाकर खेल रहे थे, लेकिन जल्द ही क्रीज पर जम गए और आखिरकार टीम की छह विकेट की जीत में शतक जड़ दिया।

न्यूजीलैंड के खिलाफ फाइनल में रोहित तब 63 गेंद पर 69 रन बनाकर खेल रहे थे, जब गिल 50 गेंदों पर 31 रन बनाकर आउट हो गए।

यह भागीदारी आगे बढ़ सकती थी, अगर ग्लेन फिलिप्स ने गिल को आउट करने के लिए ‘फ्लाइंग कैच’ नहीं पकड़ा होता।

इन दोनों के बीच भूमिका अच्छी तरह से परिभाषित हैं और यह उनके अब तक के रिकॉर्ड में भी झलकता है। 32 मैचों में रोहित और गिल ने 68.51 के औसत से 2124 रन बनाए हैं जिसमें सात शतकीय साझेदारियां और 12 पचास से अधिक की साझेदारियां शामिल हैं।

रोहित ने बताया कि वह गिल के साथ कैसे खेलते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘उनकी बल्लेबाजी में बहुत ‘क्लास’ है। और फिर अगर हम दोनों के बीच भागीदारी की बात है तो यह लगातार संवाद करने के बारे में है कि खेल को कैसे आगे बढ़ाया जाए और उस साझेदारी का निर्माण कैसे किया जाए। जब ​​हम साथ में बल्लेबाजी करते हैं, तो जाहिर है हम दोनों शॉट खेलना पसंद करते हैं। ’’

रोहित ने कहा, ‘‘वह क्षेत्ररक्षकों के बीच से शॉट लगाना पसंद करता है। मुझे हवा में शॉट खेलना पसंद है। इसलिए यह वास्तव में दोनों तरह से काम करता है और अच्छी तरह से काम करता है, यही वजह है कि हमारी साझेदारी में बहुत अधिक निरंतरता रही है। ईमानदारी से कहूं तो हम इसे वास्तव में अच्छी तरह से समझते हैं। ’’

भाषा नमिता पंत

पंत



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