(तस्वीर के साथ)
त्रिशूर (केरल), नौ जनवरी (भाषा) प्रसिद्ध पार्श्वगायक पी. जयचंद्रन का 80 वर्ष की आयु में बृहस्पतिवार को यहां एक निजी अस्पताल में निधन हो गया।
जयचंद्रन ने मलयालम, तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और हिंदी में 16 हजार से अधिक गीत गाये हैं और प्रेम, लालसा एवं भक्ति भावनाओं को खूबसूरती से व्यक्त करने वाली भावपूर्ण प्रस्तुतियों के लिए उन्हें ‘भाव गायकन’ कहा जाता था।
अस्पताल सूत्रों ने बताया कि गायक का बृहस्पतिवार शाम करीब सात बजकर 55 मिनट पर इलाज के दौरान निधन हो गया।
सूत्रों ने बताया कि जयचंद्रन के आवास पर गिरने के बाद बृहस्पतिवार को उन्हें अस्पताल ले जाया गया। वह काफी समय से बीमार थे।
सिनेमा में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए उन्हें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और केरल सरकार के जे. सी. डैनियल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
इसके अलावा उन्होंने पांच बार केरल राज्य फिल्म पुरस्कार और दो बार तमिलनाडु राज्य फिल्म पुरस्कार जीता।
फिल्म श्री नारायण गुरु में ‘शिव शंकर शरण सर्व विभो’ की प्रस्तुति के लिए उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार मिला।
उनके परिवार में पत्नी ललिता, बेटी लक्ष्मी और बेटा दीनानाथन हैं, जो स्वयं भी गायक हैं।
केरल के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर और मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने जयचंद्रन के निधन पर शोक व्यक्त किया।
भाषा यासिर प्रशांत
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