पैरा टेबल टेनिस स्टार भाविना पटेल ने कहा, चीनी खिलाड़ी अजेय नहीं

Ankit
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नयी दिल्ली, 25 अगस्त (भाषा) तोक्यो पैरालंपिक में टेबल टेनिस में रजत पदक विजेता भाविना पटेल 28 अगस्त से शुरू हो रहे पेरिस पैरालंपिक में चीन के प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं क्योंकि उनका कहना है कि वे अजेय नहीं हैं।


तोक्यो पैरालंपिक में क्लास 4 स्पर्धा में पदक जीतने वाली पहली भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी भाविना ने पेरिस के लिए रवाना होने से पहले कहा कि वह टेबल टेनिस में चीनी वर्चस्व को चुनौती देना चाहेंगी क्योंकि वे भी ‘इंसान’ हैं।

भाविना ने रविवार को पीटीआई वीडियो से कहा, ‘‘चीनी खिलाड़ी भी इंसान हैं और हम भी इंसान हैं। चीन मेरे लिए मायने नहीं रखता बल्कि तोक्यो में भी मैंने चीन की एक खिलाड़ी को हराया था इसलिए मुझ पर उनसे भिड़ने का कोई दबाव नहीं है। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैंने उनके अनुसार अपनी रणनीति बदल ली है इसलिए मैं उस दिन उनके खिलाफ अपनी सर्वश्रेष्ठ रणनीति अपनाऊंगी। ’’

गुजरात के मेहसाणा की टेबल टेनिस खिलाड़ी ने कहा कि उनका एकमात्र ध्यान अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने पर होगा।

राष्ट्रमंडल खेलों की चैम्पियन और एशियाई खेलों की पदक विजेता भाविना ने कहा, ‘‘मुझे किसी तरह की घबराहट नहीं है। मुझे बस अपना सर्वश्रेष्ठ देना है। मेरा मानना ​​है कि जब हम अपना सर्वश्रेष्ठ देने के बारे में सोचते हैं तो कुछ और दिमाग में नहीं आता है।

उनकी युगल जोड़ीदार सोनलबेन पटेल ने कहा, ‘‘भाविना और मैंने जोड़ीदार के रूप में अपनी ट्रेनिंग में दोगुना प्रयास किया है और हम पदक के साथ घर लौटने की पूरी कोशिश करेंगे। ’’

तोक्यो पैरालंपिक में पुरुष एकल बैडमिंटन एसएच6 स्पर्धा में स्वर्ण पदक विजेता कृष्णा नागर ने कहा कि वह अपने प्रदर्शन को दोहराने की कोशिश करेंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि पेरिस में सब कुछ ठीक रहेगा और मैं भारत के लिए फिर से स्वर्ण पदक जीतने की कोशिश करूंगा। मैं तोक्यो में अपना स्वर्ण पदक बचाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ दूंगा। तैयारियां अच्छी रहीं हैं। मैं सकारात्मक हूं और अच्छा खेलने की कोशिश करूंगा। ’’

गोला फेंक पैरा एथलीट सचिन खिलाड़ी पैरालंपिक में पर्दापण करेंगे और उन्हें खुद से स्वर्ण पदक की उम्मीद है।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं बहुत उत्साहित हूं, पैरालंपिक के लिए मेरी तैयारी डेढ़ साल से चल रही थी। मैंने विश्व चैम्पियनशिप में अच्छा प्रदर्शन किया और मुझे खुद से स्वर्ण पदक की उम्मीद है क्योंकि मैंने इसे हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत की है। ’’

चक्का फेंक एथलीट साक्षी कसाना ने कहा, ‘‘मैंने इस पल को साकार करने के लिए अथक परिश्रम किया है क्योंकि पैरालंपिक में अपने देश का प्रतिनिधित्व करना किसी भी एथलीट के लिए सबसे बड़ी बात है इसलिए मुझे उम्मीद है कि मेरी चार साल की कड़ी मेहनत रंग लाएगी। ’’

भारत ने 28 अगस्त से आठ सितंबर तक पेरिस में होने वाले पैरालंपिक के लिए 84 सदस्यीय दल भेजा है जो अब तक का सबसे बड़ा दल है।

भाषा नमिता सुधीर

सुधीर



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