बारामूला, 27 सितंबर (भाषा) पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के वरिष्ठ नेता वहीद पारा ने शुक्रवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने दिखाया था कि कश्मीरी पहचान अपनाने का मतलब आतंकवादी होना या हुर्रियत जैसे अलगाववादी समूहों के प्रति निष्ठा रखना नहीं है।
उन्होंने कहा कि सईद के दृष्टिकोण ने कश्मीर मुद्दे को राजनीतिक संवाद के केंद्र में ला दिया और इसे एक चुनौती के रूप में फिर से परिभाषित किया, जिसके लिए रचनात्मक समाधान की आवश्यकता थी।
पारा ने यहां एक रैली के दौरान कहा, “मुफ्ती सईद कश्मीर की राजनीति में क्रांति लेकर आए, जो दिखाता था कि कश्मीरी पहचान अपनाने के लिए किसी को आतंकवादी या हुर्रियत का हिस्सा होने की आवश्यकता नहीं है।”
उन्होंने कहा, “आज, वैधता के लिए संघर्ष कर रही हर राजनीतिक पार्टी बातचीत को ही आगे बढ़ने का एकमात्र व्यवहार्य रास्ता मानती है।”
पारा ने कहा कि सईद द्वारा स्थापित पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) शांति प्रक्रिया की वकालत करने में सबसे आगे रही है। उन्होंने कहा कि पीडीपी क्षेत्र के घावों को भरने और इसके विविध समुदायों के बीच एकता को बढ़ावा देने के साधन के रूप में सुलह पर जोर देती है।
भाषा जितेंद्र वैभव
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