पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में कदाचार के आरोप में 17 व्यक्ति गिरफ्तार |

Ankit
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पटना, सात अगस्त (भाषा) बिहार पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के पहले दिन बुधवार को कथित कदाचार के सिलसिले में पूरे बिहार में आठ परीक्षार्थियों सहित कुल 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया।


पुलिस द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, बुधवार को परीक्षा के दौरान धोखाधड़ी करने के आरोप में कुल आठ परीक्षार्थियों (पटना से चार और बक्सर एवं जमुई जिलों से दो-दो) को गिरफ्तार किया गया।

पुलिस ने बताया कि इसके अलावा दो परीक्षार्थियों को उनके दस्तावेज़ों में कुछ विसंगतियों के कारण भागलपुर में परीक्षा में बैठने से निष्कासित कर दिया गया।

बयान में कहा गया है कि पुलिस कथित कदाचार में संलिप्त रहने वाले दो अन्य परीक्षार्थियों को भी पकड़ने की कोशिश कर रही है।

केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) बिहार की विभिन्न पुलिस इकाइयों में कांस्टेबल के पद के लिए भर्ती परीक्षा आयोजित कर रहा है।

निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, 21,391 से अधिक रिक्तियों के लिए परीक्षा बुधवार से शुरू हुई और 28 अगस्त तक होगी। परीक्षा एक ही पाली में 11, 18, 21, 25 और 28 अगस्त को आयोजित की जाएगी। कुल 17.87 लाख परीक्षार्थियों के परीक्षा देने की संभावना है।

बिहार पुलिस में ‘सिपाही’ के 21,391 पदों पर चयन के लिए प्रथम चरण में अभ्यर्थियों की लिखित परीक्षा कुल 545 परीक्षा केंद्रों पर एकल पाली में आज पहले दिन आयोजित की गयी जो 11, 18, 21, 25 और 28 अगस्त को भी आयोजित की जाएगी।

परीक्षा के दौरान धोखाधड़ी करने के आरोप में आठ परीक्षार्थियों के अलावा नौ अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें से सात खगड़िया से और दो बक्सर से गिरफ्तार किये गये।

पुलिस ने उनके पास से 71 नकली प्रश्न पत्र, 92 नकली उत्तर पुस्तिकाएं, 145 प्रवेश पत्र और 45 मोबाइल फोन बरामद किए और आगे की जांच की जा रही है।

बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने कम से कम 15 टेलीग्राम चैनलों, तीन व्हाट्सऐप समूहों और आठ यूपीआई आईडी की भी पहचान की है जिनका उपयोग धोखेबाज परीक्षार्थियों के अंक बढ़ाने और परीक्षा में उन्हें पास कराने का अभिभावकों को लालच देने के लिए कर रहे थे।

ईओयू द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, ऐसी जानकारी है कि कुछ मामलों में धोखाधड़ी करने वालों को भी धनराशि हस्तांतरित की गई है जिनका सत्यापन किया जा रहा है। इसके अलावा ईओयू अधिकारी उन कुछ विशिष्ट मोबाइल नंबर के बारे में भी विवरण एकत्र कर रहे हैं जिनका उपयोग जालसाजों द्वारा किया जा रहा है।

भाषा अनवर सिम्मी

सिम्मी



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