कीव, 15 मार्च (एपी) रूस और यूक्रेन ने शनिवार रात को एक दूसरे पर बड़े पैमाने पर हवाई हमले किये और दोनों पक्षों ने अपने-अपने क्षेत्रों में दुश्मन के 100 से अधिक ड्रोन देखे जाने की सूचना दी।
यह हमला रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा अमेरिकी राजदूत स्टीव विटकॉफ से यूक्रेन के साथ युद्ध में 30 दिन के युद्ध विराम के अमेरिकी प्रस्ताव के विवरण पर चर्चा करने के 24 घंटे से भी कम समय बाद हुआ है।
पुतिन ने बृहस्पतिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वह सैद्धांतिक रूप में संघर्ष विराम का समर्थन करते हैं, लेकिन उन्होंने कुछ ऐसे मुद्दे भी उठाए जिन्हें इस पर सहमति बनने से पहले स्पष्ट किए जाने की आवश्यकता है।
यूक्रेन ने पहले ही युद्धविराम प्रस्ताव का समर्थन कर दिया है। हालांकि, यूक्रेन के अधिकारियों ने सार्वजनिक रूप से संदेह जताया है कि क्या मॉस्को इस तरह के समझौते के लिए प्रतिबद्ध होगा।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री केअर स्टॉर्मर की मेजबानी में पश्चिमी सहयोगियों के बीच हुई ऑनलाइन बातचीत के बाद शनिवार को कीव में पत्रकारों से बात करते हुए राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने दीर्घकालिक शांति योजना पर चर्चा के लिए 30 दिन के पूर्ण युद्धविराम प्रस्ताव को अपना समर्थन दिया। उन्होंने हालांकि आशंका जताई कि रूस शर्तों और ‘लेकिन’ के साथ वार्ता को पटरी से उतारने का प्रयास करेगा।
स्टॉर्मर ने यूक्रेन में युद्ध विराम का समर्थन करने के लिए पुतिन पर ‘‘दबाव बनाए रखने’’ के लिए सहयोगियों से कहा है। उन्होंने यूक्रेन को ‘‘शांति का पक्षकार’’बताया है। ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने कहा कि पुतिन को ‘‘आज नहीं तो कल’’बातचीत की मेज पर आना ही होगा।
जेलेंस्की ने इससे पहले शनिवार को जारी बयान में रूस पर सेना आगे बढ़ाने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा, ‘‘रूसी सेना का बढ़ना यह दर्शाता है कि मॉस्को कूटनीति को नजरअंदाज करना चाहता है। यह स्पष्ट है कि रूस युद्ध को लंबा खींच रहा है।’’
जेलेंस्की ने हालांकि जोर देकर कहा कि यदि रूस अमेरिकी प्रस्ताव से सहमत नहीं हुआ तो अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन की ओर से ‘‘विशिष्ट, कठोर और सीधी’’ प्रतिक्रिया दी जाएगी।
उन्होंने यह भी कहा कि कीव के सैनिक रूस के कुर्स्क क्षेत्र में अपनी उपस्थिति बनाए हुए हैं, जबकि शुक्रवार को ट्रंप ने कहा था कि रूसी सेना ने ‘‘हजारों’’ यूक्रेनी सैनिकों को घेर लिया है।
जेलेंस्की ने कहा, ‘‘कुर्स्क क्षेत्र के निर्दिष्ट क्षेत्रों में हमारी सेना का अभियान जारी है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारे सैनिक कुर्स्क क्षेत्र में रूसी और उत्तर कोरियाई सैनिकों को रोके हुए हैं। हमारे सैनिकों को किसी ने नहीं घेरा है।’’
वोल्गोग्राद के क्षेत्रीय गवर्नर आंद्रेई बोचारोव ने पुष्टि की है कि ड्रोन के गिरते मलबे के कारण शहर के क्रास्नोअर्मेस्की जिले में लुकोइल तेल शोधन कारखाने के पास आग लग गई। हालांकि, उन्होंने विस्तृत जानकारी नहीं दी।
स्थानीय मीडिया के अनुसार, आस-पास के हवाई अड्डों पर उड़ानें अस्थायी रूप से रोक दी गईं। हालांकि, किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
करीब तीन साल पहले रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण करने के बाद से, वोल्गोग्राद रिफाइनरी को कीव की सेना द्वारा कई बार निशाना बनाया गया है, सबसे हाल ही में 15 फरवरी को इसपर ड्रोन से हमला किया गया था।
रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसने यूक्रेन के 126 ड्रोन को नष्ट कर दिया है, जिनमें से 64 को वोल्गोग्राद क्षेत्र में मार गिराया गया। अधिकारियों ने बताया कि वोरोनेझ, बेलगोरोड, ब्रायंस्क, रोस्तोव और कुर्स्क क्षेत्रों में भी ड्रोन को नष्ट किया गया।
इस बीच, यूक्रेन की वायु सेना ने शनिवार को कहा कि रूस ने शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात को देश में 178 ड्रोन और दो बैलिस्टिक मिसाइल हमले किए।
उसने बताया कि यह बमबारी शाहिद प्रकार के हमलावर ड्रोन और हवाई सुरक्षा को भ्रमित करने के लिए बनाए गए नकली ड्रोन से किये गए। इनमें से करीब 130 ड्रोन मार गिराए गए, जबकि 38 और ड्रोन अपने लक्ष्य से भटक गए।
यूक्रेन की निजी ऊर्जा कंपनी डीटीईके ने कहा कि रूस ने ऊर्जा ढांचों पर हमला किया, जिससे काफी नुकसान हुआ।
डीटीईके ने शनिवार को एक बयान में कहा कि रूस ने द्निप्रोपेट्रोव्स्क और ओडेसा क्षेत्रों में ऊर्जा ढांचे पर हमला किया है, जिससे कुछ निवासियों को बिना बिजली के रहना पड़ा।
एपी धीरज प्रशांत
प्रशांत