(एम जुल्करनैन)
लाहौर, 24 फरवरी (भाषा) पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में पुलिस ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के नेताओं के कार्यालयों और आवासों पर छापेमारी करके इसके 12 से अधिक कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। पार्टी की ओर से राजनीतिक गतिविधियों को फिर से शुरू करने की घोषणा के बाद यह कार्रवाई की गई। यह जानकारी सोमवार को मिली।
पंजाब के वरिष्ठ पीटीआई नेता शौकत बसरा ने कहा कि पंजाब पुलिस ने रावलपिंडी और प्रांत के अन्य जिलों में कार्यकर्ता सम्मेलनों के आयोजन की व्यवस्था करने में जुटे 12 से अधिक पीटीआई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया।
बसरा ने कहा, ‘‘पीटीआई सांसदों के घरों की पवित्रता का उल्लंघन उन लोगों द्वारा किया गया है जिन्होंने उन पर धावा बोला और तोड़फोड़ की। फासीवादी शासन के पदाधिकारी यह कहकर अपनी कार्रवाई को उचित ठहराते हैं कि वे सेना के आदेश पर ऐसा कर रहे हैं।’’
बसरा ने कहा कि मुर्री जिला महासचिव सफदर जमान सत्ती सहित 12 से अधिक पीटीआई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है।
बसरा और पीटीआई की पंजाब में प्रमुख संगठनकर्ता आलिया हमजा ने सोशल मीडिया पर कई वीडियो साझा किए हैं जिनमें पुलिस की मनमानी साफ दिखाई दे रही है।
हमजा ने कहा कि पंजाब सरकार सिर्फ अर्थव्यवस्था में वृद्धि के अपने फर्जी और झूठे आंकड़ों को प्रचारित करने के लिए बड़े पैमाने पर विज्ञापन अभियान चलाने में व्यस्त है।
उन्होंने कहा कि सेना समर्थित ‘जनादेश चोरों’ ने जनता पर आतंक का राज कायम कर दिया है।
पीटीआई प्रवक्ता शेख वक्कास अकरम ने कहा, ‘‘कठपुतली शासन ने व्यवस्थित रूप से कानून के शासन को रौंद दिया है, संवैधानिक सर्वोच्चता को खत्म कर दिया है, न्यायपालिका को पंगु बना दिया है, अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया है और सत्ता पर अपनी निरंकुश पकड़ सुनिश्चित करने के लिए आतंक का राज कायम किया है।’’
भाषा संतोष माधव
माधव