पुणे, 27 अगस्त (भाषा) महाराष्ट्र भाजपा के वरिष्ठ नेता हर्षवर्धन पाटिल ने राज्य विधानसभा चुनाव से पहले संभावित पाला बदलने की अटकलों के बीच मंगलवार को पुणे में राकांपा (शरद चंद्र पवार) अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात की। पाटिल ने हालांकि दावा किया कि पवार के साथ कोई राजनीतिक चर्चा नहीं हुई।
पुणे जिले के इंदापुर के पूर्व विधायक पाटिल ने वसंतदादा शुगर इंस्टीट्यूट (वीएसआई) में शरद पवार से मुलाकात की।
ऐसी अटकलें हैं कि 2019 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए पाटिल विपक्षी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद चंद्र पवार) में शामिल हो सकते हैं। ऐसी अटकलें तब लगने लगीं जब संकेत मिले कि इंदापुर निर्वाचन क्षेत्र महायुति सहयोगियों के बीच सीट बंटवारे के तहत उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा द्वारा बरकरार रखी जा सकती है। इस सीट का प्रतिनिधित्व पाटिल ने पूर्व में किया था।
राकांपा के दत्तात्रेय भरणे इंदापुर से मौजूदा विधायक हैं।
नेशनल फेडरेशन ऑफ कोऑपरेटिव शुगर फैक्ट्रीज (एनएफसीएसएफ) लिमिटेड के अध्यक्ष पाटिल वीएसआई के एक परिषद सदस्य भी हैं, जिसके अध्यक्ष पवार हैं।
भाजपा नेता ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि वह वीएसआई की त्रैमासिक बैठक के लिए पुणे आए हैं और शरद पवार के साथ उनकी बैठक के दौरान कोई राजनीतिक चर्चा नहीं हुई। पाटिल ने कहा, ‘‘चूंकि मैं वीएसआई के परिषद सदस्यों में से एक हूं, इसलिए मैं आज की बैठक का हिस्सा था और आधिकारिक चर्चा के अलावा, कोई अन्य चर्चा नहीं हुई।’’
पाटिल ने हाल ही में एक समाचार चैनल के साथ एक साक्षात्कार में कहा था कि जब अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार को पुणे जिले की बारामती लोकसभा सीट से टिकट दिया गया था, तो उपमुख्यमंत्री ने चुनाव प्रचार में उनका समर्थन मांगा था। उन्होंने तब कहा था कि उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस इंदापुर विधानसभा सीट पर जो भी फैसला लेंगे, वह उन्हें स्वीकार्य होगा।
उन्होंने साक्षात्कार में कहा था, ‘‘हालांकि, अजित पवार (राकांपा प्रमुख) आजकल कह रहे हैं कि उनके मौजूदा विधायकों को टिकट दिया जाएगा। अगर यह स्थिति रही तो मेरे निर्वाचन क्षेत्र के लोग क्या करेंगे?’’
यह पूछे जाने पर कि क्या अजित पवार इंदापुर सीट राकांपा के लिए बरकरार रखने के स्पष्ट संकेत दे रहे हैं, पाटिल ने मंगलवार को कहा कि सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन में किसी भी पार्टी ने अभी तक सीट बंटवारे पर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है। उन्होंने कहा, ‘‘यह देखना होगा कि इंदापुर सीट के संबंध में फडणवीस जी क्या निर्णय लेते हैं।’’
भाषा अमित धीरज
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