(अनिल भट्ट)
जम्मू, 11 अगस्त (भाषा) जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने रविवार को कहा कि पाकिस्तान केंद्र शासित प्रदेश की सुरक्षा स्थिति को अस्थिर करने के लिए विदेशी आतंकवादियों को भेज रहा है। उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश के नापाक मंसूबों को नाकाम करने के लिए रणनीति बनाई गई है तथा सुरक्षाबलों की नए सिरे से तैनाती की जा रही है।
सिन्हा ने ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ एक विशेष साक्षात्कार में कहा कि ‘‘अगले तीन महीनों में स्थिति में बड़ा बदलाव आएगा।’’
जम्मू क्षेत्र में स्थिति पहले शांतिपूर्ण थी लेकिन हालिया समय में खासकर सीमावर्ती जिलों में आतंकी घटनाओं में वृद्धि देखी गई है। पिछले कुछ महीनों के दौरान भारतीय वायुसेना के काफिले, तीर्थयात्रियों की बस पर हमले और कठुआ में जवानों पर हमले ने उभरते खतरे को उजागर किया है।
शनिवार को दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ के दौरान दो जवानों और एक आम नागरिक की मौत हो गई। जम्मू क्षेत्र में आतंकी घटनाओं की ओर इशारा करते हुए सिन्हा ने कहा, ‘‘ये घटनाएं दुखद हैं। हम इन्हें स्वीकार करते हैं और जम्मू-कश्मीर तथा देश के लोगों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि इन घटनाओं पर निश्चित रूप से काबू पाया जाएगा। पड़ोसी देश अपने नापाक मंसूबों में कामयाब नहीं होगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान आतंकवाद का जन्मस्थान है। वहीं से यह पनपता है। भारत और जम्मू-कश्मीर प्रशासन इसका मुकाबला करने के लिए ठोस प्रयास कर रहे हैं, कई अन्य देश भी इन प्रयासों में योगदान दे रहे हैं।’’
उपराज्यपाल ने स्थिति को नियंत्रित करने में सेना, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और जम्मू-कश्मीर पुलिस पर पूरा भरोसा जताते हुए कहा, ‘‘आगामी तीन महीनों में आप बड़ा बदलाव देखेंगे।’’
सिन्हा ने कहा, ‘‘पड़ोसी देश यहां हालात बिगाड़ने के लिए विदेशी आतंकवादियों को भेज रहा है। पिछली घटनाओं को देखते हुए सुरक्षाबलों और प्रशासन ने रणनीति तैयार की है। सुरक्षाबलों की नए सिरे से तैनाती शुरू हो गई है…सेना, सीआरपीएफ और पुलिसकर्मियों की तैनाती बढ़ा दी गई है।’’
उन्होंने कहा कि सुरक्षाबलों ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं और आतंकी घटनाओं से निपटने के लिए आगे बढ़ रहे हैं।
उपराज्यपाल ने कहा, ‘‘(केंद्रीय) गृह मंत्री ने रणनीति की समीक्षा की है। मुझे लगता है कि आने वाले दिनों में इस क्षेत्र में बेहतर नतीजे देखने को मिलेंगे।’’
जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान द्वारा लगातार अशांति फैलाए जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अपने आंतरिक हालात की वजह से जम्मू कश्मीर में आतंकी घटनाओं को प्रायोजित कर रहा है।
उपराज्यपाल ने कहा, ‘‘देश (पाकिस्तान) यह स्वीकार नहीं कर पा रहा कि भारत ने उसे युद्धों में हराया है, इसलिए वह इस क्षेत्र को अस्थिर करने का प्रयास जारी रखता है। अंतरराष्ट्रीय मोर्चे पर भारत के लिए समर्थन बढ़ा है। अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के दौरान भी कुछ देशों, जिनके दृष्टिकोण हमसे भिन्न थे, ने इसे भारत का आंतरिक मामला करार दिया।’’
पाकिस्तानी सेना के विशेष सेवा समूह (एसएसजी) द्वारा प्रशिक्षित आतंकवादियों को जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के लिए घुसपैठ कराए जाने के दावों के बारे में पूछे गए सवाल पर सिन्हा ने स्वीकार किया कि उच्च प्रशिक्षित विदेशी आतंकवादी इस क्षेत्र में घुसपैठ कर चुके हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘यह एक संवेदनशील मुद्दा है। इन मुद्दों पर प्रेस में बात करना उचित नहीं है। हर बात को सार्वजनिक करना जरूरी नहीं है। हालांकि, जो आतंकी इस तरफ घुसपैठ कर चुके हैं, वे वाकई उच्च प्रशिक्षित हैं।’’
उपराज्यपाल ने कहा, ‘‘एक व्यापक रणनीति के साथ, घुसपैठियों को खत्म किया जाएगा। सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जा रहा है, जिससे स्थिति में पूरी तरह से बदलाव आएगा। सुरक्षा बल भौगोलिक स्थिति के अनुसार अपनी रणनीति लागू कर रहे हैं।’’
सिन्हा ने कहा कि जम्मू क्षेत्र पिछले 15-16 वर्षों से शांतिपूर्ण रहा है, लेकिन ‘‘हमारा पड़ोसी शांतिपूर्ण नहीं है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यदि यहां चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से होते हैं और लोग बड़ी संख्या में मतदान करते हैं तो स्वाभाविक रूप से इससे पाकिस्तान को पीड़ा होती है। (पहले से) सुरक्षाकर्मियों या नागरिकों की मौत के आंकड़ों की तुलना करें तो इसमें उल्लेखनीय कमी आई है।’’
उपराज्यपाल ने कहा, ‘‘किसी भी (आतंकी) संगठन का शीर्ष कमांडर अब जिंदा नहीं है। मैं इसे एक बड़ी उपलब्धि मानता हूं कि स्थानीय भर्ती (आतंकवादी समूहों द्वारा) लगभग बंद हो गई है। अब पड़ोसी देश यहां आतंकवादियों की घुसपैठ कराकर स्थिति को और खराब करना चाहता है।’’
भाषा आशीष नेत्रपाल
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