पेशावर, 30 मार्च (भाषा) पाकिस्तान के अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले में युद्धरत कबायली समुदायों ने शनिवार को आठ महीने के लिए एक शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए, जो ईद से ठीक पहले उनके बीच के विवाद को सुलझाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
अफगानिस्तान की सीमा से सटा कुर्रम लंबे समय से शिया और सुन्नी समुदायों के बीच सांप्रदायिक हिंसा का केंद्र बना हुआ है। नवंबर से अब तक दोनों पक्षों के बीच हुई झड़पों में 130 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं।
समझौते पर हस्ताक्षर करने वाली जिरगा (कबायली परिषद) की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, क्षेत्रीय स्तर पर शांति की बहाली के लिए कबायली बुजुर्ग किला अब्बास सदर में बैठक के लिए एकत्र हुए।
विज्ञप्ति के मुताबिक, बैठक में क्षेत्र में लोगों के बीच सद्भाव और सहयोग को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘इस जिरगा में अलीजाई के शिया नेताओं और बाग के सुन्नी नेताओं ने एसोसिएशन काउंसिल के माध्यम से क्षेत्र में शांति बहाली और सहिष्णुता स्थापित करने के वास्ते एक शांति समझौते पर सहमति जताई।’’
भाषा राजकुमार पारुल
पारुल