नयी दिल्ली, 19 फरवरी (भाषा) राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने पाकिस्तान स्थित खुफिया एजेंसियों को संवेदनशील जानकारी लीक करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। आतंकवाद रोधी संघीय एजेंसी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
एनआईए ने एक बयान में कहा कि ये लोग कारवार नौसेना अड्डे और कोच्चि नौसेना अड्डे से जुड़े भारतीय रक्षा प्रतिष्ठानों के बारे में संवेदनशील जानकारी साझा कर रहे थे।
एजेंसी ने बताया कि वेथन लक्ष्मण टंडेल और अक्षय रवि नाईक को कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ जिले से पकड़ा गया तथा अभिलाष पी ए को केरल के कोच्चि से गिरफ्तार किया गया।
उसने बताया कि स्थानीय पुलिस की सहायता से मंगलवार को गिरफ्तार किए गए ये तीनों आरोपी सोशल मीडिया के माध्यम से ‘पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव’ (पीआईओ) के संपर्क में थे।
एनआईए की जांच के अनुसार, वे कारवार और कोच्चि के दो नौसैनिक अड्डों में स्थित भारतीय रक्षा प्रतिष्ठानों के बारे में संवेदनशील जानकारी साझा कर रहे थे और जानकारी के बदले पीआईओ से पैसे प्राप्त कर रहे थे।
बयान में कहा गया है कि इस मामले में इन तीन लोगों समेत अब तक कुल आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
एनआईए ने अब तक दो फरार पाकिस्तानियों सहित पांच लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है। यह मामला मूल रूप से जनवरी 2021 में आंध्र प्रदेश के ‘काउंटर इंटेलिजेंस सेल’ ने दर्ज किया था।
एनआईए की जांच से पता चला है कि पाकिस्तानी नागरिक मीर बलाज खान और गिरफ्तार किए गए एक आरोपी आकाश सोलंकी भारत के खिलाफ साजिश के तहत भारतीय नौसेना के बारे में संवेदनशील महत्वपूर्ण जानकारी लीक करने से संबंधित जासूसी गिरोह में शामिल थे।
एनआईए ने एक अन्य फरार पीआईओ अल्वेन के अलावा दो अन्य लोगों-मनमोहन सुरेंद्र पांडा और अमान सलीम शेख का नाम भी आरोप पत्र में शामिल किया है।
एजेंसी ने जून 2023 में मामले को अपने हाथ में लिया था।
बयान में कहा गया है कि एआईए पाकिस्तान स्थित तत्वों और अन्य राष्ट्र विरोधी तत्वों द्वारा जासूसी की साजिश को उजागर करने के लिए मामले में अपनी जांच जारी रखेगी।
भाषा सिम्मी संतोष
संतोष