(रॉस बेनेट-कुक, लीड्स बेकेट यूनिवर्सिटी)
लीड्स (ब्रिटेन), 31 मार्च (द कन्वरसेशन) अमेरिका दुनिया के शीर्ष तीन देशों में शामिल है जहां सबसे ज्यादा पर्यटक आते हैं। सैन फ्रांसिस्को, न्यूयॉर्क और शिकागो जैसे शहर और योसेमाइट जैसे नेशनल पार्क दशकों से अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते रहे हैं।
अमेरिका में 2023 में 6.65 करोड़ पर्यटक आए थे और 2024 का आंकड़ा इससे कहीं अधिक होने की उम्मीद है।
लेकिन हाल के महीनों में बहुत कुछ बदल गया है और 2025 के आंकड़े उतने उत्साहजनक रहने की उम्मीद नहीं है। पिछले साल डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में फिर से चुने जाने और उसके परिणामस्वरूप विदेशी कूटनीति तथा संबंधों में बदलाव के कारण अमेरिका के प्रति वैश्विक दृष्टिकोण में परिवर्तन देखा जा रहा है। पर्यटकों के अमेरिका जाने की इच्छा प्रभावित होती दिख रही है।
रिसर्च फर्म ‘टूरिज्म इकोनॉमिक्स’ की एक हालिया रिपोर्ट में अमेरिका में पर्यटकों की संख्या में इस साल 5.5 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान जताया गया है जबकि पहले इसमें लगभग नौ प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान जताया गया था।
शुल्क और व्यापार युद्धों के और व्यापक होने के परिणामस्वरूप अंतरराष्ट्रीय पर्यटन में और कमी आ सकती है जिससे 2025 में पर्यटकों के खर्च में सालाना 18 अरब अमेरिकी डॉलर की कमी आ सकती है।
यात्रा रद्द किए जाने के परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं। ट्रंप द्वारा कई कनाडाई सामानों पर 25 प्रतिशत शुल्क की घोषणा किए जाने के बाद से कुछ ही दिनों में पिछले साल की तुलना में अमेरिका जाने वाले कनाडा के लोगों की संख्या 45 प्रतिशत तक गिर गई है।
अमेरिका में आने वाले अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों में सबसे ज्यादा संख्या कनाडा के लोगों की रहती है। ‘एयर कनाडा’ ने ऐलान किया है कि वह मार्च से लास वेगास सहित कुछ अमेरिकी पर्यटन स्थलों के लिए मांग घटने के कारण उड़ानों में कटौती कर रहा है।
कनाडाई बाजार शोधकर्ता ‘लेगर’ द्वारा मार्च में किए गए सर्वेक्षण के अनुसार, अमेरिका की यात्रा की योजना बनाने वाले 36 प्रतिशत कनाडावासियों ने पहले ही इसे रद्द कर दिया है। विमानन विश्लेषण कंपनी ‘ओएजी’ के डेटा के अनुसार, कनाडा से अमेरिका के मार्गों पर यात्री बुकिंग पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 70 प्रतिशत से अधिक तक कम हुई है।
‘यूएस ट्रैवल एसोसिएशन’ ने आगाह किया है कि कनाडा से आने वाले पर्यटकों की संख्या में 10 प्रतिशत की कमी से भी 2.1 अरब अमेरिकी डॉलर का नुकसान हो सकता है जिससे 140,000 आतिथ्य रोजगार खतरे में पड़ सकते हैं।
अमेरिका का मौजूदा माहौल?
कुछ संभावित पर्यटकों ने अमेरिका की यात्रा से बचने के लिए देश के राजनीतिक माहौल का हवाला दिया है जो स्वागत योग्य नहीं है। इसके लिए उन्होंने विदेशियों, प्रवासियों और एलजीबीटीक्यू प्लस समुदाय के बारे में बयानबाजी का उदाहरण दिया। ‘टूरिज्म इकनॉमी रिपोर्ट’ में यात्रा रद्द होने के एक कारक के तौर पर ‘‘ट्रंप प्रशासन की ध्रुवीकरण वाली नीतियों और बयानबाजी’’ का भी हवाला दिया गया है।
मार्च में ‘यूजीओवी’ द्वारा किए गए शोध में पाया गया कि पिछले साल नवंबर में ट्रंप के फिर से चुने जाने के बाद से अमेरिका के प्रति पश्चिमी यूरोपीय दृष्टिकोण अधिक नकारात्मक हो गया है। ब्रिटेन (53 प्रतिशत), जर्मनी (56 प्रतिशत), स्वीडन (63 प्रतिशत) और डेनमार्क (74 प्रतिशत) में आधे से अधिक लोगों की अमेरिका को लेकर अब नकारात्मक राय है।
वैकल्पिक स्थल
हजारों पर्यटक अमेरिका की अपनी यात्राएं रद्द कर अन्य पर्यटन स्थलों में रुचि दिखा रहे हैं। बरमूडा के होटलों में पूछताछ में बढ़ोतरी दर्ज की गई है क्योंकि कनाडाई नागरिक कारोबार और अपनी छुट्टियों की यात्राओं के लिए अमेरिका से दूर के विकल्प तलाश रहे हैं। कनाडाई पर्यटकों के बरमूडा का रुख किए जाने से उसके राजस्व में 20 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान जताया गया है।
कुछ खबरों के अनुसार यूरोप ने भी कनाडा से बुकिंग में वृद्धि दर्ज की है और पिछले वर्ष की तुलना में गर्मियों में किराए की संपत्तियों के इस्तेमाल में 32 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है।
पहले से ही इस बात को लेकर चिंता जताई जा रही है कि वीजा और प्रवेश प्रतिबंध, 2026 में अमेरिका, कनाडा और मैक्सिको में आयोजित होने वाले फीफा विश्व कप के प्रशंसक और एथलीट के उत्साह को फीका कर सकते हैं। ब्राजील, तुर्किए और कोलंबिया जैसे कुछ देशों के पर्यटकों को वीजा के लिए 700 दिन तक इंतजार करना पड़ सकता है।
‘इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी’ ने लॉस एंजिल्स में 2028 ओलंपिक खेलों को लेकर भी चिंता जताई है, हालांकि अमेरिकी अधिकारियों ने इस बात पर बल दिया है कि ‘‘अमेरिका खुले तौर पर लोगों का स्वागत करेगा।’’
द कन्वरसेशन
खारी मनीषा
मनीषा