गुवाहाटी, 17 अप्रैल (भाषा) असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एपीसीसी) ने राज्य में आगामी दो चरणीय पंचायत चुनावों में शामिल पार्टी उम्मीदवारों और कार्यकर्ताओं को कथित तौर पर पुलिस द्वारा परेशान किये जाने के विरोध में बृहस्पतिवार को यहां पुलिस मुख्यालय तक विरोध मार्च निकाला।
एपीसीसी अध्यक्ष भूपेन बोरा और नगांव लोकसभा सांसद प्रद्युत बोरदोलोई के नेतृत्व में यह मार्च पार्टी मुख्यालय राजीव भवन से शुरू हुआ और पुलिस मुख्यालय की ओर बढ़ा, जहां पुलिस ने कांग्रेस सदस्यों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए अवरोधक लगा दिए थे।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अवरोधक तोड़कर पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के कार्यालय की ओर बढ़ने का प्रयास किया और पुलिस के साथ उनकी झड़प भी हुई।
बाद में बोरा और बोरदोलोई सहित कांग्रेस के वरिष्ठ सदस्यों के एक प्रतिनिधिमंडल ने डीजीपी हरमीत सिंह से मुलाकात की और उन्हें उन ग्रामीण इलाकों में पुलिस द्वारा कथित उत्पीड़न के बारे में अवगत कराया जहां पंचायत चुनाव हो रहे हैं।
कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि नगांव, मोरीगांव, सोनितपुर, दरांग, बिश्वनाथ चरियाली, नलबाड़ी जिलों और बराक घाटी के तीन जिलों कछार, श्रीभूमि और हैलाकांडी में स्थिति ‘बड़ी चिंता’ का विषय है।
उनका कहना है कि पंचायत उम्मीदवारों और उनके परिवार के सदस्यों को पुलिस द्वारा रात में उठाया जा रहा है और उनसे पूछताछ की जा रही है, जो उत्पीड़न के समान है।
डीजीपी ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि वह मामले की जांच करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी दल आगामी पंचायत चुनावों में स्वतंत्र रूप से और बिना किसी भय के भाग लें।
राज्य में पंचायत चुनाव दो चरणों में दो मई और सात मई को 34 में से 27 जिलों में होने हैं।
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