मुंबई, 20 मार्च (भाषा) न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन और नौसेना प्रमुख रियर एडमिरल गारिन गोल्डिंग ने मुंबई स्थित नौसेना डॉकयार्ड में बृहस्पतिवार को भारतीय नौसेना के नवीनतम स्वदेशी विध्वंसक पोत आईएनएस सूरत का दौरा किया।
नौसेना की ओर से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, नौसेना की पश्चिमी कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ वाइस एडमिरल संजय जे सिंह ने आईएनएस सूरत पर लक्सन और गोल्डिंग का स्वागत किया।
इसमें कहा गया कि लक्सन और गोल्डिंग को युद्धपोत की जटिल डिजाइन, अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों और जबरदस्त क्षमताओं के बारे में जानकारी दी गई।
आईएनएस सूरत एक निर्देशित मिसाइल विध्वंसक पोत है, जिसका डिजाइन नौसेना के युद्धपोत डिजाइन ब्यूरो ने तैयार किया है, जबकि निर्माण मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स ने किया है। इसे जनवरी 2025 में नौसेना में शामिल किया गया था।
लक्सन ने ऐसे समय में आईएनएस सूरत का दौरा किया, जब रॉयल न्यूजीलैंड नौसेना का ‘एचएमएनजेडएस ते काहा’ जहाज 20 से 24 मार्च तक मुंबई की यात्रा पर है और संयुक्त कार्य बल (सीटीएफ) 150 के कमांडर कमोडोर रॉजर वार्ड नौसेना की पश्चिमी कमान के मुख्यालय का दौरा कर रहे हैं।
नौसेना की विज्ञप्ति के अनुसार, ये यात्राएं रॉयल न्यूजीलैंड नौसेना और भारतीय नौसेना के बीच संबंधों को आगे बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं।
विध्वंसक पोत के दौरे के दौरान गोल्डिंग ने वाइस एडमिरल सिंह से मुलाकात की और रणनीतिक नौसैनिक सहयोग पर चर्चा की, जिसके बाद उन्हें कमान की भूमिका के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी गई।
विज्ञप्ति के मुताबिक, गोल्डिंग ने अप्रैल 2025 में ‘एचएमएनजेडएस ते काहा’ की आगामी यात्रा के लिए तकनीकी सहयोग के सिलसिले में डॉकयार्ड के एडमिरल अधीक्षक के साथ भी बातचीत की।
इसमें कहा गया कि प्रस्थान के समय जहाज भारतीय नौसेना के साथ समुद्री साझेदारी अभ्यास (एमपीएक्स) में हिस्सा लेगा, जिससे परिचालन के मामले में समन्वय बढ़ेगा और समुद्री सहयोग के लिए साझा प्रतिबद्धता प्रदर्शित होगी।
भाषा पारुल नेत्रपाल
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