तिरुवनंतपुरम, 24 जनवरी (भाषा) केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने शुक्रवार को दावा किया कि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने बी आर आंबेडकर का अपमान किया था।
जोशी ने कहा कि नेहरू ने चुनावों में आंबेडकर को हराने के लिए वामपंथी दलों से हाथ भी मिला लिया था।
केंद्रीय मंत्री की यह टिप्पणी ऐसे समय आई है जब कांग्रेस द्वारा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर संवैधानिक सिद्धांतों का ‘‘अनादर’’ करने और आंबेडकर का अपमान करने का लगातार आरोप लगाया जा रहा है।
केंद्रीय संसदीय कार्य, खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री जोशी ने स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि वे हर गली में जाएं, विशेष रूप से अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति समुदायों पर ध्यान केंद्रित करें तथा उन्हें नेहरू द्वारा आंबेडकर के साथ किए गए कथित दुर्व्यवहार के बारे में बताएं।
केंद्रीय मंत्री ने तिरुवनंतपुरम में संविधान गौरव दिवस समारोह में दावा किया कि जवाहरलाल नेहरू कभी नहीं चाहते थे कि आंबेडकर सरकार में हों और केवल महात्मा गांधी के आग्रह के कारण ही उन्हें शामिल किया गया था।
जोशी ने यह भी दावा किया कि कांग्रेस ने इंदिरा गांधी के शासनकाल के दौरान आपातकाल की घोषणा करके तथा संविधान की भावना के विरुद्ध कई संशोधन करके इसे कमजोर किया।
उन्होंने कहा, ‘‘देश में कांग्रेस हमेशा से ही अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति समुदायों के कल्याण के खिलाफ रही है।’’
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के. सुरेन्द्रन ने आरोप लगाया कि केरल देश का एकमात्र ऐसा राज्य है जहां संविधान को कमजोर करने का प्रयास किया जा रहा है।
सुरेन्द्रन ने कहा, ‘‘राज्य लगातार केंद्रीय कानूनों के खिलाफ कानून पारित करता है और संसद द्वारा बनाए गए हर कानून को खारिज करता है। संविधान राज्यों को ऐसी शक्तियां नहीं देता।’’
भाषा रवि कांत नेत्रपाल
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