केप कैनावेरल (अमेरिका), 27 फरवरी (एपी) अमेरिका की निजी अंतरिक्ष अन्वेषण कंपनी ‘इंट्यूटिव मशीन्स’ के अंतरिक्ष यान को बुधवार को चंद्रमा की यात्रा के लिए प्रक्षेपित किया गया।
इस यान का लक्ष्य ड्रोन के साथ चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर ‘जेट-ब्लैक क्रेटर’ के निकट पहुंचना है। चंद्रमा के इस हिस्से पर सूरज की रोशनी कभी नहीं पड़ती है।
टेक्सास स्थित ‘इंट्यूटिव मशीन्स’ के अंतरिक्ष यान का नाम ‘एथेना’ है। यान को ‘नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन’ (नासा) के ‘कैनेडी स्पेस सेंटर’ से निजी अमेरिकी वांतरिक्ष (एयरोस्पेस) और अंतरिक्ष परिवहन सेवा कंपनी ‘स्पेसएक्स’ ने प्रक्षेपित किया। यान चंद्रमा की ओर तेजी से बढ़ रहा है और उम्मीद है कि यह छह मार्च को चंद्रमा की सतह पर पहुंच जाएगा।
इससे पहले कभी भी इतने सारे अंतरिक्ष यान एक साथ चंद्रमा की सतह पर नहीं पहुंचे थे। पिछले महीने, अमेरिका और जापान की कंपनियों ने एक ही रॉकेट की सहायता से अपने-अपने चंद्रयान को प्रक्षेपित किया था। टेक्सास स्थित ‘फायरफ्लाई एयरोस्पेस’ का चंद्रयान भी इस दौड़ में शामिल है।
नासा अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा पर फिर से भेजने की भी तैयारी कर रहा है।
नासा के विज्ञान मिशन की प्रमुख निकी फॉक्स ने प्रक्षेपण से कुछ घंटे पहले ‘एसोसिएटेड प्रेस’ (एपी) से कहा, ‘‘यह एक अद्भुत समय है। वैज्ञानिकों में जोश है।’’
अंतरिक्ष प्रणालियों के वरिष्ठ उपाध्यक्ष ट्रेंट मार्टिन ने कहा, ‘‘निश्चित रूप से हम इस बार पिछली बार से बेहतर प्रदर्शन करेंगे लेकिन आप कभी नहीं जान सकते कि क्या हो सकता है।’’
पिछले कुछ दशकों में केवल पांच देश ही चंद्रमा पर उतरने में सफल हुए हैं जिनमें रूस, अमेरिका, चीन, भारत और जापान शामिल हैं।
एपी सुरभि सिम्मी
सिम्मी