नारी शक्ति पुरस्कार विजेता चिकित्सक कोलकाता हवाई अड्डे पर फंसीं, एयरलाइन पर दुर्व्यवहार का आरोप

Ankit
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कोलकाता, 10 दिसंबर (भाषा) ‘नारी शक्ति पुरस्कार’ से सम्मानित एक चिकित्सक ने मंगलवार को आरोप लगाया कि ‘खराब मौसम’ के कारण बागडोगरा की उड़ान रद्द होने के बाद कोलकाता हवाई अड्डे पर विमानन कंपनी (एयरलाइन) के कर्मचारियों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया।


रांची में नेत्र रोग विशेषज्ञ के रूप में कार्यरत डॉ. भारती कश्यप के अनुसार, वह झारखंड की राजधानी से पश्चिम बंगाल में बागडोगरा की यात्रा कर रही थीं लेकिन विमान को कोलकाता में भी उतरना था।

कश्यप ने ‘पीटीआई-भाषा’ को फोन पर बताया, ‘‘एक घंटे की देरी से सुबह 10.45 बजे कोलकाता उतरने के बाद मुझे पता चला कि बागडोगरा की उड़ान रद्द कर दी गई है।’’

उन्होंने आरोप लगाया कि एयरलाइन के कर्मचारी उन्हें बागडोगरा की शाम की उड़ान में समायोजित नहीं कर सके और उन्हें कुछ अन्य यात्रियों के साथ काफी देर तक इंतजार कराते रहे।

कोलकाता से बागडोगरा के लिए ‘कनेक्टिंग’ उड़ान दोपहर 12.45 बजे थी जिसे एयरलाइन ने उस दिन के लिए रद्द कर दिया।

चिकित्सक को बुधवार को एक उड़ान में समायोजित करते हुए एयरलाइन ने उन्हें ‘डॉरमेटरी’ में रहने की पेशकश की, जिसे उन्होंने अस्वीकार कर दिया।

पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों ‘नारी शक्ति पुरस्कार’ पुरस्कार से सम्मानित चिकित्सक ने पूछ, “मैं 57 साल की हूं और अकेले यात्रा कर रही हूं। मैं दूसरों के साथ डॉरमेटरी में कैसे रह सकती हूं?

उन्होंने यह भी कहा कि उनके भाई, जो उसी एयरलाइन से मुंबई से बागडोगरा की यात्रा कर रहे थे, उन्हें वहां पहुंचने में कोई समस्या नहीं हुई।

उन्होंने कहा, ‘‘हमें बताया गया कि वहां खराब मौसम के कारण हमारी उड़ान रद्द कर दी गई है, जिस विमान से मेरा भाई उसी गंतव्य के लिए यात्रा कर रहा था? वह वहां उतर सकता था।’’

इस बीच, हवाई अड्डे पर विमानन कंपनी इंडिगो के सूत्रों ने कहा कि एक उड़ान, जो सुबह 7.40 बजे कोलकाता से रवाना हुई थी, उसे बागडोगरा में खराब मौसम के कारण पहले ही ‘डायवर्ट’ कर दिया गया था।

एक कर्मचारी ने कहा कि बागडोगरा की अगली उड़ान जो दोपहर 12.45 बजे कोलकाता से प्रस्थान करने वाली थी, वहां खराब मौसम के कारण रद्द करनी पड़ी।

कुछ समय बाद एयरलाइन के कर्मचारियों ने चिकित्सक को एक कमरा उपलब्ध कराया और पांच अन्य को हवाई अड्डे पर मौजूद ‘डॉरमेटरी’ में रखा गया।

कमरा मिलने के बाद चिकित्सक ने कहा, ‘‘मैं छह घंटे तक हवाई अड्डे पर फंसी रही। लेकिन होटल का कहना है कि जब तक एयरलाइन उन्हें नहीं कहेगी तब तक वह चाय और रात का खाना नहीं परोसेगा।’’

हालांकि, इस मामले में एयरलाइन की ओर से कोई बयान अब तक नहीं जारी किया गया है।

भाषा संतोष अविनाश

अविनाश



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