ठाणे, 13 अप्रैल (भाषा) महाराष्ट्र के ठाणे जिले के कल्याण शहर में एक नाबालिग लड़की से बलात्कार के बाद उसकी हत्या के आरोपी व्यक्ति ने रविवार तड़के तलोजा केंद्रीय जेल में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि आरोपी विशाल गवली (35) का शव तड़के करीब साढ़े तीन बजे जेल के शौचालय में फंदे से लटका पाया गया।
खारघर पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि गवली शौचालय गया और कथित तौर पर एक तौलिये का इस्तेमाल करके उसने फांसी लगा ली। बाद में जेल अधिकारियों को गवली का शव मिला।
स्थानीय पुलिस को तुरंत सूचित किया गया और पंचनामा किया गया।
अधिकारी ने बताया कि मौत का वास्तविक कारण जानने के लिए शव को पोस्टमार्टम के लिए मुंबई के सरकारी जेजे अस्पताल में भिजवाया गया है।
गवली पर 12 वर्षीय लड़की के साथ बलात्कार और उसकी हत्या करने का आरोप था।
गवली के वकील संजय ढाकने ने कहा, ‘‘विशाल के परिवार का मानना है कि उसने आत्महत्या नहीं की। उन्हें डर है कि उसका भी वही हश्र हुआ जो बदलापुर स्कूल मामले के आरोपी (अक्षय शिंदे) का हुआ था, जिसे (पिछले साल 23 सितंबर को) मुठभेड़ में मार गिराया गया। हमने पहले विशाल के लिए सुरक्षा का अनुरोध किया था, क्योंकि हम जानते थे कि उसकी जान को खतरा है। उसकी मौत की विस्तृत जांच जरूरी है।’’
अधिकारियों ने पहले बताया था कि लड़की 24 दिसंबर को कोलसेवाड़ी इलाके से लापता हो गयी थी और बाद में उसका शव पडघा के बापगांव में मिला था।
कोलसेवाड़ी पुलिस द्वारा की गई जांच के बाद गवली और उसकी पत्नी साक्षी को फिरौती के लिए अपहरण, बलात्कार, हत्या, सबूतों को गायब करने और भारतीय न्याय संहिता तथा यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम के तहत अन्य अपराधों के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
कल्याण पुलिस ने इस साल फरवरी में दंपति के खिलाफ 948 पन्नों का आरोपपत्र दाखिल किया था।
पुलिस ने पहले एक बयान में कहा था, ‘‘विशाल गवली ने लड़की के साथ बलात्कार किया और उसकी हत्या कर दी, जबकि साक्षी ने लड़की के शव को बापगांव में फेंकने में मदद की।’’
गवली की कथित आत्महत्या का जिक्र करते हुए कल्याण पूर्व से विधायक सुलभा गायकवाड़ ने कहा कि पीड़ित परिवार को न्याय मिला है।
उन्होंने कहा, ‘‘विशाल गवली को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए थी। जबकि कानून प्रवर्तन एजेंसियां और न्यायपालिका इस पर काम कर रही थीं, भगवान ने अपना फैसला सुनाया। पीड़िता और उसके परिवार को न्याय मिला है।’’
कल्याण पश्चिम से विधायक विश्वनाथ भोईर ने कहा कि गवली को आदर्श रूप से कानून के अनुसार सजा मिलनी चाहिए थी, लेकिन ‘‘यह भी प्राकृतिक न्याय है।’’
भाषा शफीक संतोष
संतोष