नयी दिल्ली, 11 अप्रैल (भाषा) दिल्ली हवाई अड्डे की सालाना क्षमता अगले एक-दो साल में 2.4 करोड़ से अधिक अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को संभालने की होगा। दिल्ली हवाई अड्डा ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड समेत एशिया प्रशांत क्षेत्रों के लिए अधिक संपर्क सुविधा पर काम कर रहा है। एक शीर्ष अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
वर्तमान में, इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (आईजीआईए) सालाना लगभग 2.2 करोड़ अंतरराष्ट्रीय यात्रियों का प्रबंधन करता है।
दिल्ली हवाई अड्डे का परिचालन करने वाली इकाई दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड (डायल) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विदेह कुमार जयपुरियार ने कहा कि हवाई अड्डा ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड समेत एशिया प्रशांत क्षेत्र के लिए हवाई संपर्क बढ़ाने के लिए बात कर रहा है।
दिल्ली हवाई अड्डे ने ऑकलैंड हवाई अड्डे के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।
डायल राष्ट्रीय राजधानी में आईजीआईए का संचालन करता है और वर्तमान में इसके जरिये 70 अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों को सेवा दी जा रही है।
जयपुरियार ने यहां एक संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम वैश्विक प्रवेश द्वार बनने की दिशा में काफी आगे बढ़ चुके हैं।’’
वर्तमान में, दिल्ली हवाई अड्डे पर वार्षिक यात्री आवागमन लगभग 2.2 करोड़ है।
दिल्ली हवाई अड्डे पर तीन परिचालन टर्मिनल – टी-1, टी-2 और टी-3 हैं। अगले सप्ताह से, टी-2 रखरखाव कार्यों के लिए अस्थायी रूप से बंद हो जाएगा।
हवाई अड्डे पर हवाई पट्टी के जरूरी उन्नयन का काम भी चल रहा है।
भाषा राजेश अनुराग रमण
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