नयी दिल्ली, 16 अप्रैल (भाषा) दिल्ली में संस्कृत भाषा को बढ़ावा देने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार यहां के विद्यालयों, कॉलेजों और मंदिरों सहित 1,000 से अधिक स्थानों पर संस्कृत की 10 दिवसीय निःशुल्क कक्षाएं आयोजित करेगी। संस्कृति मंत्री कपिल मिश्रा ने बुधवार को यह घोषणा की।
योजना के अनुसार, संस्कृत भाषा की कक्षाएं 23 अप्रैल से शुरू होंगी। दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी के विभिन्न हिस्सों में शिविर आयोजित करने के लिए एनजीओ ‘संस्कृत भारती’ के साथ साझेदारी की है। प्रत्येक शिविर में 10 दिनों तक प्रतिदिन दो घंटे के सत्र होंगे, जिसमें भाषा की बुनियादी बातों पर ध्यान दिया जाएगा।
मिश्रा ने यहां आयोजित एक समारोह में कहा, ‘‘दिल्ली में संस्कृत भाषा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 1,008 शिविरों में कक्षाएं आयोजित की जाएंगी और यह बड़े पैमाने पर पहला ऐसा कार्यक्रम होगा।’’
मिश्रा राष्ट्रीय राजधानी के उन सात विधायकों में से एक हैं जिन्होंने आठवीं दिल्ली विधानसभा में संस्कृत में शपथ ली थी।
कार्यक्रम में मौजूद उत्तर-पूर्वी दिल्ली से भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा, ‘‘हम अक्सर लोगों को ‘अंग्रेजी सीखने’ के लिए प्रोत्साहित करने वाले होर्डिंग्स देखते हैं। पहली बार, दिल्ली में लोग ‘संस्कृत सीखें’ अभियान देखेंगे। इस भाषा ने मेरे जीवन पर बहुत प्रभाव डाला है।’’
दिल्ली विश्वविद्यालय में चार मई को आयोजित होने वाले एक समारोह के साथ इस अभियान का समापन होगा। ऐसी संभावना है कि इस समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शामिल हो सकते हैं।
‘संस्कृत भारती’ के अखिल भारतीय संगठन मंत्री जय प्रकाश ने संस्कृत भाषा को ‘‘भारतीय संस्कृति और परंपराओं की आत्मा’’ करार देते हुए कहा, ‘‘संस्कृत वेदों और विज्ञान का हिस्सा है। अब समय आ गया है कि यह एक बार फिर लोगों की भाषा बने।’’
प्रकाश ने कहा कि जो भी व्यक्ति इन कक्षाओं में शामिल होना चाहता है वह इसके लिए पंजीकरण कराने हेतु 9220915556 पर फोन कर सकता है।
उन्होंने बताया कि आसानी से पंजीकरण करने के लिए क्यूआर कोड भी लॉन्च किया गया है।
भाषा प्रीति माधव
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