नयी दिल्ली, 30 मार्च (भाषा) दिल्ली समेत देश के कई हिस्सों में रविवार शाम ईद-उल-फित्र का चांद आसमान में नजर आ गया। इसी के साथ रमजान का पवित्र महीना संपन्न हो गया और सोमवार को देशभर में ईद मनाई जाएगी।
चांदनी चौक स्थित मुगलकालीन फतेहपुरी मस्जिद के शाही इमाम मुफ्ती मुकर्रम अहमद ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि रविवार शाम दिल्ली, उत्तर प्रदेश के कई शहरों, हरियाणा के मेवात, झारखंड और बिहार समेत देश के कई स्थानों पर ईद का चांद देखा गया।
उन्होंने कहा, “लिहाजा शव्वाल (इस्लामी कैलेंडर का 10वां महीना) महीने का पहला दिन सोमवार 31 मार्च को है। ईद का त्योहार शव्वाल महीने के पहले दिन मनाया जाता है।
मुस्लिम संगठन इमारत-ए-शरीया-हिंद ने भी एक बयान जारी कर राष्ट्रीय राजधानी समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में ईद का चांद दिखने की पुष्टि की।
बयान में संगठन की रुअत-ए-हिलाल कमेटी (चांद समिति) के सचिव मौलाना नजीबुल्लाह कासमी के हवाले से कहा गया है कि ऐलान किया जाता है कि शव्वाल के महीने की शुरुआत सोमवार 31 मार्च से होगी और कल सुबह ईद-उल-फित्र की विशेष नमाज अदा की जाएगी।
इस बीच, शाही जामा मस्जिद के इमाम सैयद शाबान बुखारी ने सोशल मीडिया पर साझा किए गए एक वीडियो में कहा कि रविवार को इस्लामी महीने शव्वाल का चांद देश के विभिन्न हिस्सों में नजर आ गया, लिहाजा ऐलान किया जाता है कि ईद-उल-फित्र सोमवार को है।
प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए- हिंद (एएम) के प्रमुख मौलाना अरशद मदनी ने ‘फेसबुक’ पर एक पोस्ट में लोगों को ईद की मुबारकबाद देते हुए कहा कि वह दुआ करते हैं कि अल्लाह इस ईद को मतभेद दूर करने और हमारे बीच सहिष्णुता एवं प्रेम की भावना को बढ़ावा देने का एक अवसर बनाए।
ईद के चांद के दीदार के बाद रविवार को रमजान का पवित्र महीना संपन्न हो गया। इस बार रमजान का महीना 29 दिन का रहा, जबकि पिछले साल यह 30 दिन का था। इससे पहले, 2022 और 2021 में भी यह पवित्र महीना 30-30 दिन का था।
इस्लामी कलेंडर के मुताबिक, एक महीने में 29 या 30 दिन होते हैं, जो चांद दिखने पर निर्भर करता है। रमजान के महीने में रोजेदार सुबह सूरज निकलने से पहले से लेकर सूरज डूबने तक कुछ नहीं खाते-पीते हैं।
मुफ्ती मुकर्रम ने लोगों को ईद की मुबारकबाद देते हुए कहा कि संपन्न लोगों को ईद की नमाज से पहले ‘फित्रा’ (दान) जरूर अदा करना चाहिए।
उन्होंने लोगों से ‘फित्रा’ देने की गुजारिश करते हुए कहा कि सक्षम लोग अपने परिवार के प्रत्येक सदस्य की ओर से 2.45 किलोग्राम गेहूं या आटे की कीमत के हिसाब से ‘फित्रा’ निकालें यानी हर सदस्य की तरफ से 75 रुपये का दान करें, ताकि गरीब लोग भी त्योहार मना सकें।
शाही इमाम मुकर्रम ने कहा कि वह दुआ करते हैं कि पूरे देश में हर त्योहार खुशियों के साथ आए और अमन का पैगाम लाए।
उन्होंने मुस्लिम समुदाय से अपील की कि लोग सादगी से ईद मनाएं, फित्रा दें, गरीबों का ख्याल रखें और फिजूलखर्ची से बचें।
भाषा
नोमान नरेश पारुल
पारुल