दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार में राहुल, प्रियंका गांधी सक्रिय रूप से हिस्सा लेंगे: देवेंद्र यादव |

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(नितिन रावत)


नयी दिल्ली, 19 जनवरी (भाषा) कांग्रेस की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने रविवार को कहा कि राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाद्रा और मल्लिकार्जुन खरगे सहित पार्टी के वरिष्ठ नेता दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार के तहत विभिन्न कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से हिस्सा लेंगे।

यादव ने यह भी कहा कि इन नेताओं ने पांच फरवरी को होने वाले चुनाव से पहले पार्टी की ओर से शुरू की गई गारंटी को अपना मजबूत समर्थन दिया है।

प्रदेश अध्यक्ष ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिये साक्षात्कार में इस बात पर जोर दिया कि इन योजनाओं का उद्देश्य वंचितों को समान अवसर प्रदान करना है।

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हर सरकार का यह कर्तव्य है कि वह अपनी सामाजिक जिम्मेदारी पूरी करे। पिछले 10 वर्षों में, मुद्रास्फीति और बेरोजगारी बढ़ने के कारण महिलाओं को अपना घर चलाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम उनकी चिंताओं का समाधान करें, ताकि वे अपने परिवारों का भरण-पोषण कर सकें।’’

यादव ने कहा, ‘‘ऐसी स्थिति में मैं इसे मुफ्तखोरी या ‘रेवड़ी’ नहीं कहूंगा, यह उनका अधिकार है। यह उनका अधिकार है, क्योंकि संविधान में वंचितों को समान अवसर प्रदान करने का प्रावधान है और ये योजनाएं उन्हें उचित अवसर प्रदान करने का एक साधन हैं।’’

उन्होंने कहा कि इस दिशा में कांग्रेस ने सत्ता में आने पर पांच गारंटी सुनिश्चित करने का वादा किया है, जिनमें महिलाओं को 2,500 रुपये मासिक, 500 रुपये में गैस सिलेंडर और राशन किट तथा 25 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा शामिल है।

यादव ने कहा कि दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष का पदभार संभालने के एक साल से भी कम समय में यह दूसरा चुनाव होगा। लोकसभा चुनाव के दौरान चुनौतियां अलग थीं और उस वक्त उनके पास पंजाब का भी प्रभार था।

उन्होंने कहा, ‘‘उस समय मेरे पास सीमित दायरा था, और हमने उस समय पूरी कोशिश की। चुनाव के बाद, हमने विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने का फैसला किया, जिसकी वजह से हम अब बेहतर स्थिति में हैं। हम ब्लॉक और जिला स्तर पर गए, अपने संगठन को बेहतर बनाया और लोगों के बीच अपनी पहुंच बढ़ाई।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमने ‘दिल्ली न्याय यात्रा’ के माध्यम से भी लोगों के साथ अपना संपर्क बढ़ाया है। हमने सबसे अच्छे उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं और मुझे विश्वास है कि दिल्लीवासियों के प्यार और समर्थन से हम 2025 में यहां एक मजबूत सरकार बनाएंगे।’’

यादव ने कहा कि पार्टी नियमित रूप से सर्वेक्षण करती है और इनपुट प्राप्त करती है, जिसके अनुसार उचित कदम उठाती है। उन्होंने कहा कि उम्मीदवारों के चयन से पहले भी सर्वेक्षण किए गए थे।

उन्होंने दावा किया, ‘‘मेरा मानना ​​है कि दिल्ली की जनता के प्रति भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आम आदमी पार्टी (आप) के व्यवहार ने जनता को इस पुरानी पार्टी को समर्थन देने के लिए प्रेरित किया है, जिसने पहले राष्ट्रीय राजधानी का विकास किया था।’’

यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा ने भ्रष्टाचार और बेरोजगारी खत्म करने का वादा किया था, लेकिन धार्मिक राजनीति से आगे नहीं बढ़ पाई। उन्होंने कहा कि इसी तरह, आप ने लोकपाल लाने, भ्रष्टाचार खत्म करने और दिल्ली को बेहतर बनाने के बड़े-बड़े दावे किए थे, लेकिन आज उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले दर्ज हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘आज दिल्ली की हालत यह है कि पूरी दिल्ली में ट्रैफिक जाम है, सड़कें कूड़े से भरी हैं और बुजुर्गों को पेंशन नहीं मिल रही है। दूषित पानी के कारण लोगों को बाजार से साफ पानी खरीदने को मजबूर होना पड़ रहा है। प्रदूषण चरम पर है और यमुना नदी गंदी हो गई है।’’

आसन्न चुनाव के लिए पार्टी के मुख्यमंत्री पद के चेहरे के बारे में पूछे जाने पर यादव ने कहा कि कांग्रेस में ऐसी कोई परंपरा नहीं है।

उन्होंने कहा, ‘‘परंपरा हमेशा से यही रही है कि पहले विधायकों का चुनाव होगा और फिर वे विधायक अपना नेता तय करेंगे। इसके अनुसार नेतृत्व तय करेगा कि मुख्यमंत्री कौन होगा।’’

आगामी चुनाव प्रचार योजनाओं के बारे में यादव ने कहा, ‘‘न केवल राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाद्रा और मल्लिकार्जुन खरगे, बल्कि कई राज्यों के मुख्यमंत्री और अन्य वरिष्ठ नेता भी चुनाव प्रचार में उपलब्ध रहेंगे और विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेंगे।’’

यादव बादली सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि बादली उनका गृह क्षेत्र है, जहां से उन्हें वर्षों से महत्वपूर्ण समर्थन मिला है।

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, ‘‘वर्ष 2015 के चुनाव में मुझे लगभग 37,500 मत मिले थे और 2020 में लगभग 27,000 वोट मिले। यह लोगों के साथ मेरी निरंतर बातचीत और क्षेत्र में किए गए विकास कार्यों के कारण है। हमने एक अविकसित क्षेत्र को लिया और उसे विकास के रास्ते पर ला खड़ा किया। मैं अपने पहले किए गए काम के आधार पर वोट मांग रहा हूं।’’

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘जब केजरीवाल दिल्ली में मुख्यमंत्री थे, तब यहां सांप्रदायिक दंगे हुए थे और वह उस दौरान गायब दिखे।’’

यादव ने कहा, ‘‘इसके विपरीत, उस कठिन समय के दौरान, राहुल गांधी जमीन पर लोगों से जुड़ते और समर्थन देते नजर आए। जब ​​जहांगीरपुरी में दंगे हुए, तो मैंने व्यक्तिगत रूप से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और लोगों के साथ खड़ा रहा। ये घटनाएं आम लोगों, दलितों और अल्पसंख्यकों के साथ गहराई से जुड़ती हैं, क्योंकि वे जानते हैं कि जब वे पीड़ित थे तो वास्तव में कौन मौजूद था।’’

यादव ने केजरीवाल पर भी निशाना साधा और भ्रष्टाचार के एक मामले में जमानत पर बाहर होने सहित अन्य कानूनी परेशानियों को देखते हुए उनके मुख्यमंत्री बनने की योग्यता पर सवाल उठाया।

दिल्ली में पांच फरवरी को मतदान होगा तथा मतगणना आठ फरवरी को होगी।

भाषा धीरज सुरेश

सुरेश



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