नयी दिल्ली, 22 फरवरी (भाषा) दिल्ली पुलिस ने रोहिणी इलाके में गोलीबारी के बाद हिमांशु भाऊ-नीरज बवाना गिरोह से जुड़े तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि इन गिरफ्तारियों और आरोपियों से अवैध हथियारों की जब्ती के साथ, दिल्ली और हरियाणा में संभावित लक्षित हत्याओं को टाला गया।
गिरफ्तार किए गए तीनों लोगों की पहचान अतुल, रोहित और प्रिंस के रूप में हुई है।
अधिकारी ने कहा कि शुक्रवार को सूचना मिली थी कि तीनों बदमाश किसी को गोली मारने के इरादे से मोटरसाइकिल पर सवार होकर बवाना की तरफ जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि तुरंत पुलिस की एक टीम गठित की गई और रोहिणी के दीप विहार स्थित प्रेम आधार अस्पताल के पास जाल बिछाया गया।
उन्होंने बताया कि रात करीब 10:30 बजे पुलिस ने एक मोटरसाइकिल को रोका, जिस पर तीन आरोपी सवार थे। जब उन्हें रुकने के लिए कहा गया, तो अपराधियों ने भागने की कोशिश की, लेकिन वे बाइक पर से नियंत्रण खो बैठे। उनमें से एक ने पुलिस टीम पर गोली चला दी, जो एक हेड कांस्टेबल के बुलेटप्रूफ जैकेट में लगी।
पुलिस ने आत्मरक्षा में जवाबी गोली चलाई, जिससे हमलावर के पैर में चोट लग गई, जबकि अन्य दो संदिग्धों को काबू कर गिरफ्तार कर लिया गया।
आरोपियों के पास से एक अर्ध-स्वचालित पिस्तौल, दो देशी पिस्तौल, पांच कारतूस और मोटरसाइकिल जब्त की गई।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों का इतिहास हिंसक अपराधों का है, जिसमें हत्या, जबरन वसूली और सशस्त्र डकैती शामिल है। अतुल पहले भी हत्या, जबरन वसूली और शस्त्र अधिनियम उल्लंघन सहित सात आपराधिक मामलों में शामिल था। जेल में रहते हुए उसने बवाना के एक राजनेता को जबरन वसूली के लिए फोन भी किए थे। पुलिस के मुताबिक, रोहित, भारतीय सेना का एक पूर्व सैनिक है, जो बाद में अपराध की दुनिया में उतर गया। वह हत्या, डकैती और चोरी के छह मामलों में शामिल था। पुलिस ने बताया कि तीनों में सबसे छोटा प्रिंस अतुल के बहकावे में आकर गिरोह में शामिल हो गया।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त संजय भाटिया ने कहा, “प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और आगे की जांच जारी है।”
भाषा प्रशांत माधव
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