दिल्ली के चिड़ियाघर में अफ्रीकी हाथी ‘शंकर’ हुआ जंजीर से मुक्त

Ankit
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नयी दिल्ली, 11 अक्टूबर (भाषा) दिल्ली के चिड़ियाघर का एकमात्र अफ्रीकी हाथी ‘शंकर’ शुक्रवार को जंजीरों से मुक्त होने के बाद अपने बाड़े में स्वतंत्र रूप से घूमता नजर आया।


केंद्रीय पर्यावरण राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने बुधवार को पर्यावरण मंत्रालय के अधिकारियों और रिलायंस समूह की जामनगर स्थित वन्यजीव सुविधा वंतारा के विशेषज्ञों के साथ ‘शंकर’ के स्वास्थ्य और आवास की स्थिति की समीक्षा की थी।

द वर्ल्ड एसोसिएशन ऑफ जू एंड एक्वेरियम (डब्ल्यूएजेडए) ने सोमवार को शंकर के हितों को लेकर चिंताओं के कारण दिल्ली चिड़ियाघर की सदस्यता निलंबित कर दी थी, क्योंकि वह बिना किसी साथी के रह रहा था और ‘‘जंजीरों में बंधा हुआ’’ था।

मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि जंजीरों से मुक्त होने के बाद शंकर को अपने बाड़े में खूब चहलकदमी करते देखा गया।

सिंह ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक वीडियो साझा करते हुए कहा, ‘‘मुझे यह बताते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि दिल्ली चिड़ियाघर में अफ्रीकी हाथी शंकर को जंजीर मुक्त कर दिया गया है। पिछले 48 घंटे से उसकी सेहत, आहार, व्यवहार, पर चिड़ियाघर, टीम वनतारा विशेषकर उनकी टीम के नीरज, यदुराज, दक्षिण अफ्रीका के हाथी विशेषज्ञ डॉ एड्रियन तथा फिलीपींस से आए महावत माइकल पैनी नजर रखे थे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘बुधवार को उक्त टीम के साथ बाड़े का निरीक्षण कर दिशा निर्देश दिया था। सकारात्मक असर दिखने लगा है। शंकर के व्यवहार में पहले की तुलना में काफी सुधार हुआ है। शंकर के व्यवहार एवं दिनचर्या के गहन निरीक्षण के उपरांत उसके लिए आहार योजना और उसे व्यस्त रखने के लिए अनेक गतिविधियों की रूपरेखा भी तैयार की जाएगी।’’

मंत्रालय ने कहा, ‘‘केंद्रीय राज्यमंत्री के निर्देशानुसार, टीम पिछले 24 घंटे से उसके व्यवहार पर नजर रख रही थी और चिकित्सकों की टीम तथा प्रशिक्षित महावतों की एक टीम द्वारा निरंतर निगरानी कर उसे शांत करने की कोशिश की जा रही थी। 11 अक्टूबर को टीम आखिरकार शंकर को जंजीरों से मुक्त कराने में सफल रही। वह भी बिना किसी दवा के टीम के सदस्य प्रयास में सफल रहे।’’

इसके अनुसार, विशेषज्ञों ने बताया कि शंकर के व्यवहार का दो से तीन दिन तक गहन अवलोकन किया जाएगा।

पर्यावरण मंत्रालय ने बताया कि केंद्रीय मंत्री ने फिलीपीन से आए महावत माइकल से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बातचीत की और शंकर की स्थिति से अवगत कराया। शंकर पहले की तुलना में शुक्रवार को तनाव मुक्त दिखा।

जिम्बाब्वे ने 1996 में भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा को यह हाथी उपहार में दिया था। शंकर को भारत लाया गया और तब से उसे दिल्ली चिड़ियाघर में रखा गया है।

भाषा खारी दिलीप

दिलीप



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