दावोस बैठक में भारत का दमदार प्रदर्शन, 20 लाख करोड़ रुपये की निवेश प्रतिबद्धता हासिल की |

Ankit
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(तस्वीर के साथ)


(बरुण झा)

दावोस, 24 जनवरी (भाषा) विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की पांच-दिवसीय सालाना बैठक शुक्रवार को संपन्न हो गई। इस दौरान भारत वैश्विक उद्यमियों से 20 लाख करोड़ रुपये से अधिक की निवेश प्रतिबद्धताएं हासिल करने में सफल रहा जिसमें अकेले महाराष्ट्र की लगभग 80 प्रतिशत हिस्सेदारी रही।

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पांच केंद्रीय मंत्रियों और तीन राज्यों के मुख्यमंत्रियों समेत अब तक के सबसे बड़े भारतीय प्रतिनिधिमंडल का इस बैठक में नेतृत्व किया।

वैष्णव ने कहा कि भरोसा और प्रतिभा दुनिया को भारत की तरफ आकर्षित करने वाले सबसे बड़े कारक हैं।

सभी राज्यों और केंद्र सरकार के विभागों ने पहली बार दावोस बैठक में दो भारत मंडपों में जगह साझा की। इसके अलावा पहली बार राज्य और केंद्रीय मंत्रियों ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। करीब आधा दर्जन दलों से आए मंत्रियों ने एक एकीकृत ‘टीम इंडिया’ का चेहरा पेश किया।

वैष्णव ने कहा, ‘हम अपने वैश्विक भू-राजनीतिक और भू-आर्थिक परिदृश्य में एक बहुत ही महत्वपूर्ण मोड़ पर दावोस में हैं। दुनिया के सामने आने वाले सभी व्यवधानों और सभी मुद्दों के बावजूद भारत एक बेहद भरोसेमंद देश के रूप में उभरा है और जहां जीवंत लोकतंत्र है।’

उन्होंने कहा, ‘हमने दुनिया को स्पष्ट रूप से दिखाया है कि सभी परिस्थितियों में, यह वह देश है जो शांति, सबकी वृद्धि और समावेशी विकास में विश्वास करता है।’

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में आए महाराष्ट्र के प्रतिनिधिमंडल ने दावोस सम्मेलन के दौरान 15.70 लाख करोड़ रुपये के कुल 61 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए जो 16 लाख रोजगार पैदा कर सकते हैं।

तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के नेतृत्व में आए प्रतिनिधिमंडल ने डेटा सेंटर, हरित ऊर्जा और अत्याधुनिक तकनीकों पर ध्यान केंद्रित करते हुए 1.79 लाख करोड़ रुपये के 20 समझौता ज्ञापन हासिल किए, जिनसे लगभग 50,000 रोजगार पैदा होने की उम्मीद है।

केरल ने प्रगतिशील सरकारी नीतियों द्वारा संचालित एक औद्योगिक केंद्र में अपने परिवर्तन पर जोर दिया। केरल के उद्योग मंत्री पी राजीव ने 30 से अधिक बैठकें कीं और विभिन्न क्षेत्रों में राज्य की निवेश क्षमता का प्रदर्शन किया।

उत्तर प्रदेश ने भी एक लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के अपने आकांक्षी दृष्टिकोण का प्रदर्शन किया और कई हजार करोड़ रुपये के निवेश की प्रतिबद्धता हासिल की।

केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि वैश्विक पेय पदार्थ दिग्गज एबी इनबेव ने विभिन्न राज्यों में भारत के पेय पदार्थ क्षेत्र में 25 करोड़ डॉलर के निवेश की घोषणा की है।

भारत में हिंदुस्तान यूनिलीवर के रूप में सक्रिय कंपनी यूनिलीवर ने तेलंगाना में दो नई विनिर्माण इकाइयां स्थापित करने की योजना की घोषणा की।

कई अन्य वैश्विक कंपनियों ने भारतीय कंपनियों के साथ साझेदारी की संभावनाएं तलाशीं, जिनका प्रतिनिधित्व भारत के 100 से अधिक मुख्य कार्यपालक अधिकारियों (सीईओ) एवं अन्य शीर्ष नेताओं ने किया।

डब्ल्यूईएफ की अगली वार्षिक बैठक 19-23 जनवरी, 2026 को दावोस में होगी।

भाषा प्रेम प्रेम रमण

रमण



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