दक्षिण कोरिया में हवाई अड्डे पर विमान हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 179 हुई

Ankit
6 Min Read


सियोल, 29 दिसंबर (एपी) दक्षिण कोरिया में एक हवाई अड्डे पर रविवार को एक यात्री विमान रनवे से फिसल गया और कंक्रीट की दीवार से टकरा गया, जिससे उसमें आग लग गई। इस हादसे में विमान में सवार 181 लोगों में से दो को छोड़कर अन्य सभी की मौत हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।


उन्होंने बताया कि यह देश में अब तक हुए सबसे भीषण विमान हादसों में से एक है। उन्होंने बताया कि ‘जेजू एयर’ का विमान सियोल से लगभग 290 किलोमीटर दक्षिण में मुआन शहर में उतरते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

परिवहन मंत्रालय ने कहा कि विमान 15 साल पुराना बोइंग 737-800 था, जो बैंकॉक से लौट रहा था और दुर्घटना स्थानीय समयानुसार सुबह नौ बजकर तीन मिनट पर हुई।

दक्षिण कोरिया की अग्निशमन एजेंसी ने बताया कि आग लगने की घटना में 179 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 85 महिलाएं और 84 पुरुष शामिल हैं, हालांकि 10 अन्य लोगों की पहचान तत्काल नहीं हो सकी।

आपातकालीन कर्मचारियों ने दो लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला और ये दोनों चालक दल के सदस्य थे। स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि वे होश में हैं और उनकी जान को खतरा नहीं है।

अग्निशमन एजेंसी ने बताया कि अब तक मिले 177 शवों में से अधिकारियों ने 88 की पहचान कर ली है। यात्रियों में मुख्य रूप से दक्षिण कोरियाई नागरिक और थाईलैंड के दो नागरिक भी शामिल थे।

थाईलैंड के विदेश मंत्रालय ने कहा कि सियोल स्थित उसके दूतावास के अधिकारियों को दक्षिण कोरियाई अधिकारियों ने पुष्टि की है कि मृतकों में दो थाई यात्री भी शामिल हैं।

अग्निशमन एजेंसी ने आग पर काबू पाने के लिए दमकल की 32 गाड़ियां और कई हेलीकॉप्टर तैनात किए।

अग्निशमन एजेंसी और परिवहन मंत्रालय के मुताबिक, करीब 1,570 अग्निशमन कर्मी, पुलिस अधिकारी, सैनिक और अन्य अधिकारी भी घटनास्थल पर हैं।

वाईटीएन टेलीविजन द्वारा प्रसारित एक फुटेज में ‘जेजू एयर’ विमान हवाई पट्टी पर फिसलकर एक कंक्रीट की दीवार से टकराता हुआ दिखता है।

अन्य स्थानीय टीवी चैनलों द्वारा प्रसारित वीडियो में विमान से काले धुएं का गुबार निकलता दिखा।

मुआन अग्निशमन केंद्र के प्रमुख ली जियोंग-ह्योन ने संवाददाताओं से कहा कि विमान पूरी तरह से नष्ट हो गया है।

ली ने बताया कि कर्मचारी दुर्घटना के कारणों के बारे में विभिन्न संभावनाओं की जांच कर रहे हैं। इसमें विमान के पक्षियों से टकराने के पहलू की भी जांच की जा रही है।

परिवहन मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि संचार रिकॉर्ड के उनके शुरुआती आकलन से पता चला कि हवाई अड्डे के नियंत्रण टावर ने विमान को उतरने से कुछ समय पहले पक्षियों के टकराने की चेतावनी जारी की और पायलट को एक अलग क्षेत्र में उतरने की अनुमति दी।

अधिकारियों ने कहा कि पायलट ने दुर्घटना से पहले संकट संकेत भेजा था।

परिवहन मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी जू जोंग-वान ने बताया कि कर्मचारियों ने विमान के ‘ब्लैक बॉक्स’ से उड़ान डेटा और ‘कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर’ प्राप्त कर लिए हैं, जिसकी जांच सरकारी विशेषज्ञ द्वारा की जाएगी तथा दुर्घटना और आग के कारणों का पता लगाया जाएगा।

जू ने बताया कि मुआन हवाई अड्डे का रनवे एक जनवरी तक बंद रहेगा।

मुआन में आपातकालीन अधिकारियों ने कहा कि विमान के ‘लैंडिंग गियर’ में खराबी आ गई थी।

थाईलैंड की प्रधानमंत्री पैतोंगतार्न शिनावात्रा ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में दुर्घटना से प्रभावित लोगों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय को तत्काल सहायता उपलब्ध कराने का आदेश दिया गया है।

थाईलैंड के हवाई अड्डा निदेशक केराती किजमानावत ने एक बयान में पुष्टि की कि ‘जेजू एयर’ की उड़ान 7सी 2216 ने सुवर्णभूमि हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी और विमान या रनवे पर असामान्य स्थिति की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है।

‘जेजू एयर’ ने एक बयान में दुर्घटना को लेकर “गहरा खेद” व्यक्त किया और कहा कि वह ‘‘दुर्घटना के बाद स्थिति को संभालने के लिए हर संभव प्रयास करेगी।”

‘जेजू एयर’ के अध्यक्ष किम ई-बे ने शोक संतप्त परिवारों से माफी मांगी और कहा कि वह इस घटना की ‘‘पूरी जिम्मेदारी’’ लेते है।

किम ने कहा कि कंपनी ने नियमित जांच के बाद विमान में किसी भी यांत्रिक समस्या की पहचान नहीं की है और वह घटना के कारणों का पता लगाने के लिए सरकारी जांच के नतीजों की प्रतीक्षा करेंगे।

मुआन दुर्घटना दक्षिण कोरिया के विमानन इतिहास की सबसे घातक आपदाओं में से एक है। पिछली बार दक्षिण कोरिया को बड़ी हवाई दुर्घटना का सामना 1997 में करना पड़ा था, जब कोरियाई एयरलाइन का एक विमान गुआम में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें 228 लोगों की मौत हो गई थी।

वर्ष 2013 में, सैन फ्रांसिस्को में ‘एशियाना एयरलाइंस’ का एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी और लगभग 200 घायल हो गये थे।

एपी

देवेंद्र दिलीप

दिलीप



Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *