(तस्वीरों के साथ)
बैंकाक, 28 मार्च (एपी) म्यांमा और पड़ोसी देश थाईलैंड में शुक्रवार को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप से इमारतें, एक पुल और एक बांध नष्ट हो गया।
म्यांमा में कम से कम 144 लोगों की मौत हुई है। यहां के दो सबसे ज्यादा प्रभावित शहरों से ली गई तस्वीरों और वीडियो में भारी नुकसान दिख रहा है।
थाईलैंड की राजधानी बैंकाक में एक निर्माणाधीन बहुमंजिला इमारत के ढह जाने से कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई।
शुक्रवार दोपहर आए भूकंप की तीव्रता 7.7 दर्ज की गई और इसका केन्द्र म्यांमा के दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले के निकट था। इसके बाद 6.4 तीव्रता का एक और शक्तिशाली झटका महसूस किया गया।
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने कहा कि विश्व निकाय म्यांमा की अंतरराष्ट्रीय मदद की अपील पर प्रतिक्रिया देने के लिए तैयार है।
भूकंप से मौतों, हताहतों और विनाश को लेकर पूरी तस्वीर अबतक स्पष्ट नहीं है, खास तौर पर म्यांमा में, जो दुनिया के सबसे गरीब देशों में से एक है। यह गृहयुद्ध में उलझा हुआ है और यहां सूचना पर कड़ा नियंत्रण है।
म्यांमा की सैन्य सरकार के प्रमुख ने शुक्रवार शाम को टेलीविजन पर प्रसारित संबोधन में कहा कि भूकंप संबंधी घटनाओं में कम से कम 144 लोग मारे गए और 730 अन्य घायल हुए।
वरिष्ठ जनरल मिन आंग ह्लाइंग ने कहा, ‘‘मृतकों और घायलों की संख्या बढ़ने की आशंका है।’’
राजधानी नेपीता से प्राप्त तस्वीरों में दिखाई दे रहा है कि भूकंप के कारण सरकारी कर्मचारियों के आवास वाली कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गई हैं, तथा बचाव दल मलबे से पीड़ितों को निकाल रहे हैं।
म्यांमा की सरकार ने कहा कि सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में खून की बहुत अधिक ज़रूरत है। मांडले में टूटी-फूटी सड़कें और क्षतिग्रस्त राजमार्गों के साथ-साथ पुल और बांध के ढहने की तस्वीरें इस बात को लेकर और भी चिंता पैदा करती हैं कि बचाव दल पहले से ही व्यापक मानवीय संकट से जूझ रहे देश के कुछ इलाकों तक कैसे पहुंच पाएंगे।
अंतरराष्ट्रीय बचाव समिति के म्यांमा निदेशक मोहम्मद रियास ने कहा, ‘‘ भूकंप से हुई तबाही को जानने में हमें कई सप्ताह लग सकते हैं।’’
सोशल मीडिया पर प्रसारित एक तस्वीर में दिखाई दे रहा है कि बैंकाक के चतुचक बाजार के पास एक निर्माणाधीन 33 मंजिला इमारत, जिसके ऊपर एक क्रेन रखी हुई थी, धूल के गुबार में तब्दील हो गई।
भूकंप के तुरंत बाद अफरा-तफरी का माहौल देखने को मिला। चेतावनी सायरन की आवाज पूरे मध्य बैंकॉक में गूंज उठी और सड़कों पर वाहनों की संख्या बढ़ गई, जिससे शहर की पहले से ही भीड़भाड़ वाली कुछ सड़कों पर जाम जैसी स्थिति हो गईं। ‘एलिवेटेड रैपिड ट्रांजिट सिस्टम’ और सबवे को बंद कर दिया गया।
जिस क्षेत्र में झटका महसूस किया गया वह भूकंप के लिहाज से संवेदनशील है, लेकिन भूकंप आमतौर पर इतने बड़े स्तर पर नहीं आते हैं और थाईलैंड की राजधानी में उन्हें महसूस किया जाना दुर्लभ है। बैंकाक नदी के डेल्टा पर स्थित है और जहां भूकंप का मध्यम जोखिम है।
बैंकाक के सिटी सेंटर में एक कार्यालय में काम करने वाली अप्रैल कनिचवानाकुल ने बताया कि उन्हें पहले तो यह एहसास ही नहीं हुआ कि यह भूकंप है क्योंकि पहली बार उन्होंने भूकंप का सामना किया है। उन्होंने बताया, ‘‘मुझे लगा कि मुझे चक्कर आ रहा है।’’
कनिचवानाकुल और उनके सहकर्मी अपनी बिल्डिंग, टोनसन टॉवर की दसवीं मंजिल से नीचे उतरे और बाहर इस संकेत का इंतजार करने लगे कि अब अंदर जाना सुरक्षित है या नहीं।
थाईलैंड में बैंकाक शहर के अधिकारियों ने बताया कि बहुमंजिला इमारत सहित तीन निर्माण स्थलों पर 10 लोगों की मौत हुई है, 16 अन्य घायल हुए तथा 101 लोग लापता हैं।
बचावकर्मी सोंगवुत वांगपोन ने संवाददाताओं को बताया कि मृतकों में कम से कम दो निर्माण मजदूर थे, जो मलबे या मलबे के गिरने से मारे गए। इमारत का निर्माण थाईलैंड के सरकारी महालेखा परीक्षक के लिए चाइना रेलवे कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन द्वारा किया जा रहा था।
बैंकाक में अन्य स्थानों पर लोगों को इमारतों से बाहर निकालने को कहा गया और आगाह किया गया कि और अधिक झटके आने की आशंका के मद्देनजर वे घरों से बाहर ही रहें।
शुरुआती खबरों के अनुसार, अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण और जर्मनी के जीएफजेड भूविज्ञान केंद्र ने बताया कि दोपहर को यह भूकंप 10 किलोमीटर (6.2 मील) की गहराई पर आया, जिसका केंद्र पड़ोसी देश म्यांमा में था।
सिटी हॉल ने अंतर-एजेंसी सहायता और आपातकालीन सहायता की सुविधा के लिए शहर को आपदा क्षेत्र घोषित किया है। ग्रेटर बैंकॉक क्षेत्र में 1.70 करोड़ से अधिक लोग रहते हैं, जिनमें से कई ऊंची इमारतों में रहते हैं।
बैंकॉक के मॉल में कैमरा उपकरण खरीदने आये स्कॉटलैंड के पर्यटक फ्रेजर मॉर्टन ने बताया, ‘‘अचानक पूरी इमारत हिलने लगी जिससे वहां चीख-पुकार मच गई ।’’
उन्होंने बताया, ‘‘मैंने पहले तो शांति से चलना शुरू किया, लेकिन फिर इमारत में हलचल शुरू हो गई, हां, बहुत चीख-पुकार मच गई, बहुत घबराहट होने लगी, लोग एस्केलेटर से गलत दिशा में भागने लगे, मॉल के अंदर बहुत तेज अवाजें आने लगी और चीजें टूटने लगीं।’’
बैंकॉक शहर के अन्य हजारों लोगों की तरह, मॉर्टन ने भी चारों ओर की ऊंची इमारतों से दूर, बेंजासिरी पार्क में शरण ली।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं बाहर आया और फिर इमारत की ओर देखा जो हिल रही थी और फिर धूल व मलबा का गुबार उठा, यह बहुत तेजी से हुआ।’’
उन्होंने बताया कि कई लोग अपने प्रियजनों से फोन पर बात कर रहे थे जबकि अन्य दोपहर की तपती धूप से बचने के लिए छाया की तलाश कर रहे थे। अन्य लोग शहर के घनी आबादी वाले हिस्से में ऊंची इमारतों को दहशत के साथ घूर रहे थे।
म्यांमा में भूकंप की वजह से पुल और मठ ढह गए और बांध टूट गया।
खबरों के अनुसार मांडले में, भूकंप के कारण कई इमारतें ढह गईं, जिनमें शहर के सबसे बड़े मठों में से एक मा सोए याने मठ भी शामिल है, तथा पूर्व शाही महल को भी क्षति पहुंची है।
इस बीच, सहायता समूह ‘क्रिश्चियन एड’ ने कहा कि उसके साझेदारों और सहकर्मियों ने खबर दी है कि शहर में एक बांध टूट गया है, जिसके कारण निचले इलाकों में जल स्तर बढ़ गया है।
इंटरनेट पर प्रसारित एक वीडियो में सड़क पर भिक्षु अचानक जमीन पर गिरने से पहले बहुमंजिला मठ का वीडियो बनाते हुए दिख रहे हैं।यह तुरंत स्पष्ट नहीं हो पाया कि किसी को नुकसान पहुंचा है या नहीं।
मांडले के दक्षिण-पश्चिम में सागाइंग क्षेत्र में 90 वर्ष पुराना पुल ढह गया तथा मंडाले और म्यांमा के सबसे बड़े शहर यांगून को जोड़ने वाले राजमार्ग के कुछ हिस्से भी क्षतिग्रस्त हो गए।
सेना ने फरवरी 2021 में आंग सान सू की की निर्वाचित सरकार से सत्ता छीन ली, और अब वह ‘विद्रोहियों’ और नवगठित लोकतंत्र समर्थक लड़ाकों के साथ खूनी गृहयुद्ध का सामना कर रही है।
सरकारी बलों ने म्यांमा के अधिकांश भाग पर नियंत्रण खो दिया है, तथा कई स्थान अत्यंत खतरनाक हो गए हैं या सहायता समूहों की पहुंच मुश्किल है।
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, लड़ाई के कारण 30 लाख से अधिक लोग विस्थापित हो गए हैं तथा लगभग 20 लाख लोग को तत्काल सहायता की जरूरत है।
रेड क्रॉस ने कहा कि बिजली आपूर्ति बाधित होने की वजह से मांडले और सागाइंग क्षेत्रों तथा दक्षिणी शान राज्य तक पहुंचने की कोशिश कर रही उनकी टीमों को चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
क्रिश्चियन एड की एशिया, मध्य पूर्व और यूरोप क्षेत्र की प्रमुख जूली मेहिगन ने कहा, ‘‘इस आपदा से लोग और अधिक मुश्किल में फंस जाएंगे और उन्हें पीने के पानी, भोजन और आश्रय की आवश्यकता होगी।’’
म्यांमा की सरकार ने राजधानी नेपीता और मांडले समेत छह क्षेत्रों और राज्यों में आपातकाल की घोषणा की है। यह स्पष्ट नहीं है कि इस घोषणा का क्या अभिप्राय है क्योंकि पूरा देश 2021 से आपातकाल की स्थिति में है
भूकंप आने पर यंगून के निवासी अपने घरों से बाहर निकल आए। राजधानी नेपीता में भूकंप से कुछ घर और धार्मिक स्थल क्षतिग्रस्त हो गए।
चीनी मीडिया की खबरों के मुताबिक, भूकंप का झटका चीन के युन्नान और सिचुआन प्रांतों में भी महसूस किया गया तथा म्यांमा की सीमा पर स्थित रुइली शहर में कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए और कई लोग घायल हुए हैं।
मीडिया ने रुइली के एक व्यक्ति से प्राप्त वीडियो प्रसारित किया, जिसमें दिखाई दे रहा है कि सड़क पर इमारत का मलबा बिखरा हुआ है और एक व्यक्ति को स्ट्रेचर पर रखकर एम्बुलेंस की ओर ले जाया जा रहा है।
एक वेबसाइट ने स्थानीय निवासी के हवाले से बताया कि रुइली से लगभग 100 किलोमीटर (60 मील) उत्तर-पूर्व में स्थित चीनी शहर मंगशी में भूकंप इतना तेज था कि लोगों के लिए खड़ा होना भी मुश्किल था।
युन्नान की प्रांतीय राजधानी कुनमिंग के एक निवासी ने ‘द पेपर’ को बताया कि उसकी छत का लैंप तेजी से हिल रहा था और यह कंपन 10 सेकंड से अधिक समय तक जारी रहा।
आदित्य बिरला केमिकल्स थाईलैंड के प्रमुख अजय महाजन भी विनाशकारी भूकंप के गवाह बने। उन्होंने बताया कि ‘‘शुरू में मैंने सोचा कि ये झटके कार के टायर में हवा के कम दबाव के कारण हो सकते हैं। कुछ ही क्षणों बाद मुझे एहसास हुआ कि जिस पुल पर यात्रा कर रहा था , वह पूरा पुल हिल रहा था।’’
महाजन शुक्रवार को बैंकाक में दोपहर की बैठक से बाहर निकले ही थे कि तभी पड़ोसी म्यांमा में 7.7 तीव्रता का भूकंप आ गया, जिसका असर पूरे थाईलैंड में देखने को मिला।
महाजन ने ‘पीटीआई वीडियो’ को दिये साक्षात्कार में भूकंप के खौफनाक मंजर को याद किया।
उन्होंने बताया, ‘‘हमारी कार हिल रही थी…मैंने पूछा कि क्या हो रहा है? कार के टायरों में पर्याप्त हवा का दबाव है या नहीं? और फिर मैंने देखा कि मेरे सामने दूसरी कारें हिल रही थीं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यही वह समय था जब मैंने पूरे पुल को हिलते हुए देखा।’’ महाजन ने कहा कि जब उनकी कार पुल से नीचे आई तो उन्होंने बहुत से लोगों को अपने कार्यालयों से बाहर निकलते देखा, ‘‘और तभी हमें एहसास हुआ कि भूकंप आया है।’’
महाजन ने कहा कि उन्हें फैक्टरी को लेकर आशंका थी, परिवार को लेकर चिंता थी। उन्होंने कहा,‘‘हम एक रासायनिक संयंत्र का संचालन करते हैं और हमें बहुत सावधान रहना पड़ता है कि सब कुछ ठीक रहे और कोई संरचनात्मक क्षति न हो।’’
एपी धीरज शोभना
शोभना