नयी दिल्ली, 31 जुलाई (भाषा) लोकसभा के कई सदस्यों ने बुधवार को सरकार से आग्रह किया कि देश के विभिन्न हिस्सों में मौजूद धार्मिक स्थलों को रेल मार्ग से जोड़ा जाए।
रेल मंत्रालय के नियंत्रणाधीन अनुदान की मांगों पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए शिरोमणि अकाली दल (शिअद) की हरसिमरत कौर बादल और तृणमूल कांग्रेस के कल्याण बनर्जी ने अपने-अपने क्षेत्र में पड़़ने वाले धार्मिक स्थलों, क्रमश: तख्तश्री दमदमा साहिब (तलवंडी साबो) और फुरफुरा शरीफ को रेल कनेक्टिविटी से जोड़ने की मांग की।
बादल ने कहा कि तख्तश्री दमदमा साहिब एक मात्र तख्त है, जिसका संपर्क रेलवे से नहीं है। उन्होंने सिखों के इस तख्त को रमा मंडी से जोड़ने की मांग की। उन्होंने कहा कि रमा मंडी से दमदमा साहिब की दूरी महज 12 किलोमीटर है और इसे रेलवे से जोड़ना आज तक सपना ही रहा है।
तृणमूल कांग्रेस के कल्याण बनर्जी ने अपने क्षेत्र में स्थित फुरफुरा शरीफ को डानकुणि से जोड़ने वाली रेल परियोजना के क्रियान्वयन के लिए सरकार से अनुरोध किया।
उन्होंने कहा कि मुस्लिम जायरीनों की यात्रा की सुगमता के मद्देनजर यह परियोजना बहुत ही महत्वपूर्ण है।
फुरफुरा शरीफ को फुरफुरा दरबार शरीफ के नाम से भी जाना जाता है। यह पश्चिम बंगाल में हुगली जिले के श्रीरामपुर तहसील के जंगीपारा में स्थित है।
बनर्जी ने ‘वंदे भारत’ ट्रेन की तारीफ करते हुए कहा कि अब सवारी गाड़ियों पर ध्यान देने का वक्त है। इस बात पर ध्यान देने का वक्त आ गया है कि आखिर गरीब आदमी जाए तो जाए कहां?
चर्चा में भाजपा की सांसद मालविका देवी और कांग्रेस के रॉबर्ट ब्रूस सी ने भी हिस्सा लिया।
एममडीएमके के दुरई वाइको ने हालिया चुनाव में तमिलनाडु में एक भी सीट नहीं जीत पाने के कारण भाजपा-नीत सरकार राज्य के साथ भेदभाव करती है।
उन्होंने कहा कि तमिलनाडु की जनता के प्रति पूर्वाग्रह नहीं होना चाहिए।
रेल मंत्रालय के नियंत्रणाधीन अनुदान की मांगों पर चर्चा अधूरी रही।
भाषा सुरेश हक नेत्रपाल
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