चेन्नई, सात अप्रैल (भाषा) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने तमिलनाडु के मंत्री के. एन. नेहरू के भाई के. एन. रविचंद्रन द्वारा स्थापित एक रियल एस्टेट समूह के खिलाफ बैंक ऋण धोखाधड़ी की जांच के तहत सोमवार को राज्य के विभिन्न परिसर पर छापेमारी की जिनमें उनके भाई और मंत्री के.एन. नेहरू के कई परिसर शामिल हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के नेता के. एन. नेहरू तमिलनाडु के नगरपालिका प्रशासन मंत्री हैं। सूत्रों ने बताया कि मंत्री के कई परिसर पर भी छापेमारी की गई, जिनके पुत्र अरुण नेहरू लोकसभा सांसद हैं। छापेमारी अभी जारी है।
सीबीआई ने इस मामले में वर्ष 2021 में प्राथमिकी दर्ज की थी।
सूत्रों ने बताया कि चेन्नई, तिरुचिरापल्ली एवं कोयम्बटूर स्थित विभिन्न परिसरों पर ईडी ने छापे मारे, जबकि केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों को सुरक्षा प्रदान की।
सूत्रों के अनुसार, रियल्टी कंपनी ‘टीवीएच ग्रुप’ की स्थापना रविचंद्रन ने की है। यह मामला टीवीएच समूह द्वारा 22 करोड़ रुपये के बैंक ऋण धोखाधड़ी से जुड़ा है।
सूत्रों ने बताया कि संघीय जांच एजेंसी ने ‘टीवीएच’ समूह से जुड़ी जांच के तहत कई परिसर पर छापेमारी की है।
सूत्रों के अनुसार, ईडी कथित तौर पर परिवार द्वारा नियंत्रित एक ट्रस्ट को दिए गए ऋण की भी जांच कर रही है।
रविचंद्रन तमिलनाडु के नगरपालिका प्रशासन, शहरी एवं जल आपूर्ति मंत्री नेहरू के भाई हैं।
तिरुचिरापल्ली द्रमुक के वरिष्ठ नेता के.एन. नेहरू का गृह नगर है और ईडी ने वहां भी उनसे संबंधित परिसरों की तलाशी ली।
ईडी की छापेमारी पर प्रतिक्रिया देते हुए कानून मंत्री एस. रघुपति ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार पर निशाना साधा।
उन्होंने आरोप लगाया कि जिस प्रकार चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार की पार्टियां (क्रमश: तेदेपा एवं जद-यू) भाजपा की सहयोगी है, ‘‘प्रवर्तन निदेशालय भी भाजपा का वैसा ही सहयोगी है।’’
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम ईडी को उनका (भाजपा का) सहयोगी मानते हैं, इससे ज्यादा कुछ नहीं।’
उन्होंने कहा कि यह (ईडी) ‘‘गैर-राजनीतिक सहयोगी’’ है।
भाषा सुरेश संतोष
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