चेन्नई, 22 मार्च (भाषा) भाजपा सदस्यों ने शनिवार को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन के खिलाफ अंतरराज्यीय जल विवादों पर राज्य के अधिकारों को छोड़ने के आरोप में काले झंडे दिखाकर विरोध प्रदर्शन किया और मेकेदातु बांध विवाद पर कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार के खिलाफ भी प्रदर्शन किया।
स्टालिन द्वारा यहां बुलाई गई निष्पक्ष परिसीमन बैठक में शामिल हुए शिवकुमार ने कहा कि वह काले झंडे दिखायी देने का इंतजार कर रहे थे, लेकिन उन्हें कोई दिखाई नहीं दिया।
कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष से जब भाजपा के काले झंडे के विरोध पर टिप्पणी मांगी गई तो उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘काला रंग शनि भगवान का है। मैं कई बार तिरुनल्लर (पुडुचेरी में) स्थित उनके मंदिर गया हूं।’
मेकेदातु में कावेरी नदी पर संतुलन जलाशय बनाने के कर्नाटक के कदम पर शिवकुमार ने कहा, ‘मेकेदातु बांध कर्नाटक की तुलना में तमिलनाडु के लिए अधिक फायदेमंद होगा। मैं आज यहां एक अलग उद्देश्य से आया हूं।’
विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने वाले भाजपा के राज्य प्रमुख के अन्नामलाई ने दावा किया कि तमिलनाडु को केरल और कर्नाटक के साथ पानी के बंटवारे को लेकर कई समस्याओं का सामना करना पड़ा, लेकिन स्टालिन ने उन्हें हल करने के लिए बहुत कम प्रयास किया है।
पूर्व राज्यपाल तमिलसाइ सौंदर्यराजन ने तमिलनाडु के लोगों के हितों की रक्षा के लिए काले झंडे लेकर प्रदर्शन की अगुवाई की और प्रश्न किया कि क्या राज्य के मुख्यमंत्री ने मुल्लपेरियार बांध मुद्दे या कावेरी जल विवाद का समाधान निकालने के लिए कोई बैठक की?
भाषा
शुभम माधव
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